यूपी के ‘Unlucky Bhasakars’ कभी नहीं मिल रही थी नौकरी? 6 महीने में ही हो गये करोड़पति, पेट्रोल पंप के मालिक
करोड़पति बनना किसका सपना नहीं होता है। लेकिन महज छह महीने के अंदर ऐसा हो जाए तो किसी को भी यकीन नहीं होगा
अब 2024 हमें अलविदा कह दिया और इसी के साथ साल 2025 के शुरुआत हो गई है। निश्चित रूप से साल 2024 कई लोगों के जीवन में बदलाव लेकर आया होगा। इन्हीं कई लोगों में कुछ ऐसे थे। जिनकी इस साल जबरदस्त किस्मत चमकी ऐसा ही एक नाम था। यूपी के एटा जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है। जिसको लेकर हर आश्चर्य कर रहा है। आस-पास के लोगो में कानो मेें कहा सुनी की जा रही है।
जांच में जुटी पुलिस
वो करोड़ों के मालिक हैं। एक आरोपी के पास तो पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी है, 50 बीघा खेत नाम है और आलीशान मकान भी हाल में ही तैयार कराया है। सीओ जलेसर नितीश गर्ग ने बताया कि आरोपियों की संपत्तियों का मामला भी जानकारी में आया है। इसकी जांच कराई जा रही है। साथ ही इनका आपराधिक इतिहास भी तलाशा जा रहा है। पुलिस के मुताबिक आशीष यादव का एक वर्ष पूर्व विवाह हुआ है। इसकी देवकरनपुर में स्थित एक पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी है।
वहीं, गांव में लगभग 50 बीघा खेत है। इसने पिछले छह माह के अंदर ही लगभग एक करोड़ रुपये का घर जलेसर कस्बा के सासनी रोड पर बनाया है। विवाह में एसयूवी कार दहेज में मिली है। महेश यादव एक किसान नेता है, जो एक किसान यूनियन का जिलाध्यक्ष भी रह चुका है। इसके दो भाई राजकुमार और उमेश गांव में रहते हैं। लगभग 20 बीघा से अधिक जमीन है। जलेसर कस्बा के साथ ही बहराइच में भी चिलर और फाइनेंस का काम चलता है।
पुलिस ने जब इनकी संपत्ति के बारे में पता किया तो वह भी हैरान रह गई। गिरफ्तार आरोपी पेट्रोल पंप से लेकर आलीशान मकान तक के मालिक हैं। नए साल पर पुलिस ने सप्लाई के लिए आई करोड़ों की हेरोइन, कोकीन समेत सात तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से बाइक, चार पहिया गाड़ी, नकदी, सात मोबाइल सहित काफी संख्या में क्रेडिट कार्ड बरामद हुए। कानूनी कार्रवाई के बाद आरोपियों को जेल भेजा गया है। डीआईजी अलीगढ़ ने पुलिस टीम को 50 हजार के इनाम दिया है।
ठगी को ऐसे दिया अंजाम
एटा के जलेसर में कोकीन व हेरोइन जैसे मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले जलेसर थाना क्षेत्र के तीन आरोपियों में से दो देखते ही देखते करोड़पति बन गए। पेट्रोल पंप, खेती, चिलर, फाइनेंस कारोबार व बेशकीमती मकान के मालिक बने हुए हैं। वह आगरा चौराहे पर एक होटल खोलने की तैयारी कर रहा था। गांव में लगभग एक करोड़ रुपये से नया मकान बनवाया है और दिल्ली में ओला उबर कंपनी में तीन कारें चल रहीं हैं। एक बोलेरो कार भी है,
जो विवाह में मिली थी। आरोपी सीटू का गांव में ढाई बीघा का खेत है। एक वर्ष से नोएडा में नौकरी कर रहा है। पिता की शराब पीने की वजह से कई वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। नौ वर्ष पूर्व सीटू का विवाह हुआ है और इसके पास एक पुत्र है। पकड़ी गई हेरोइन और कोकीन को नववर्ष पर आगरा, एटा और हाथरस में सप्लाई करने की योजना थी। पुलिस ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पुलिस ने गुरुदयाल निषाद पुत्र सुरेश चंद्र निवासी नगला तल्पी धंधूपुरा थाना ताजगंज आगरा, शैलेश पुत्र रामनिवास निवासी करीमपुर भुरका थाना सिकंदराराऊ हाथरस, सीटू पुत्र जयपाल निवासी विश्नीपुर, आशीष पुत्र बच्चू सिंह निवासी गोलनगर, महेश पुत्र चंद्रपाल सिंह निवासी अगरपुर चिरगांव थाना जलेसर, संजीव पुत्र चोखेलाल निवासी नगला विजन थाना सिकंदराराऊ हाथरस, मुकेश पुत्र टीकाराम सिंह निवासी किशनपुर थाना विजयगढ़ अलीगढ़ को गिरफ्तार किया है। आशीष की बात करें तो उसकी एक साल पहले ही शादी हुई है। इसका देवकरनपुर स्थित पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी, गांव में करीब 50 बीघा खेत भी है। खातों से पैसा निकालने के बाद आरोपियों ने इस देशभर के कई खातों में फैलाया। पुलिस अब डायवर्ट किए गए फंड का पता लगाने के लिए बैंक के बडे़ अधिकारियों से संपर्क कर रही है, ताकि इस धोखाधड़ी का पता लगाया जा सके। अब उन्हें एक करोड़पति किसान के रूप में पहचाना जाता है।