सरकारी दफ्तर में डॉक्टर बनाता था अश्लील वीडियो! पत्नी के आरोपों से हड़कंप

डॉक्टर की पत्नी का दावा है कि उनके पति खुद को ट्रांसजेंडर बताकर अपने सरकारी क्वार्टर में अश्लील वीडियो बनाते थे और फिर उन्हें पोर्न साइट्स पर अपलोड करते थे। इतना ही नहीं, वह इन वीडियो को ऑनलाइन बेचते भी थे। यह सब कोई निजी स्थान या होटल में नहीं, बल्कि सरकारी आवास में ही किया जा रहा था।
पत्नी ने आरोप लगाया कि जब उन्हें इस हरकत की जानकारी हुई और उन्होंने इसका विरोध किया, तो डॉक्टर ने उनके साथ मारपीट की। जब उन्होंने यह बात अपने पिता और भाई को बताई और वे समझाने के लिए डॉक्टर से मिलने आए, तो उनसे भी दुर्व्यवहार और मारपीट की गई।
महिला ने बताया कि उन्होंने कुछ समय पहले अपने पति के साथ उसी सरकारी आवास में रहना शुरू किया था। वहीं रहते हुए उन्होंने कमरे की सजावट की थी, जिसमें खास वॉलपेपर लगाए गए थे। बाद में उन्हें इंटरनेट पर कुछ अश्लील वीडियो मिले, जिनमें वही वॉलपेपर और कमरे की पहचान थी। वीडियो में पेड प्रमोशन था, इसलिए उन्होंने पेमेंट कर के वीडियो को खोला और पुष्टि की कि यह वीडियो उसी कमरे में शूट किए गए हैं जिसमें वह पहले रह चुकी थीं।
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पत्नी का कहना है कि उन्हें पूरी रात अकेले वहीं रहना पड़ा, लेकिन जब कमरे की तलाशी ली गई, तो वहां से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। वीडियो में दिखने वाले वॉलपेपर अब भी कमरे की दीवारों पर मौजूद हैं, जिससे यह साफ हो गया कि वही कमरा वीडियो की शूटिंग के लिए इस्तेमाल किया गया था।
महिला ने साफ किया है कि वह इस मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री तक जाएंगी और न्याय की मांग करेंगी।
पुलिस भी अब इस गंभीर मामले में सक्रिय हो गई है। डॉक्टर को हिरासत में लिया गया है, सरकारी आवास की वीडियोग्राफी कराई गई है और क्वार्टर को सील कर दिया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पत्नी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मौके पर शांति व्यवस्था कायम है और सभी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला सिर्फ एक घरेलू विवाद नहीं है, बल्कि सरकारी पद और स्थान के दुरुपयोग से जुड़ा है, जिसकी निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई बेहद जरूरी है। यदि लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं, तो यह न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि नैतिकता और समाज के भरोसे के साथ भी एक बड़ा धोखा है।