यूपी के इस जिले में ग्रीन हाईवे का होगा निर्माण, 3700 करोड़ का हुआ निवेश

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित कानपुर से कबरई तक निर्मित होने वाला ग्रीन हाईवे प्रोजेक्ट आगे बढ़ रहा है. इस हाईवे की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है और अब सरकार से बजट और अंतिम मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा है. अधिकारियों का मानना है कि 25 जून तक इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल सकती है.
कुछ दिन पहले सड़क परिवहन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और आईएएस विशाल चौहान झांसी दौरे पर थे. रास्ते में उन्होंने इस प्रस्तावित हाईवे का स्थलीय निरीक्षण किया और एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर पूरी योजना की समीक्षा की.

यह फोरलेन ग्रीन हाईवे कुल 112 किलोमीटर लंबा होगा, जो कानपुर से लेकर कबरई (महोबा) तक जाएगा. इस पर करीब 3700 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है. मार्च 2025 में नेशनल प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी थी.
चार जिलों के 96 गांवों से गुजरेगा हाईवे
इस ग्रीन हाईवे का रास्ता कानपुर नगर, फतेहपुर, हमीरपुर और महोबा जिलों के 96 गांवों की सीमाओं से होकर निकलेगा. हाईवे के निर्मित होने से कानपुर-सागर रूट पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों को यात्रा करने में आसानी होगी.
एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने बताया कि "डीपीआर भेजी जा चुकी है और पूरी उम्मीद है कि 25 जून तक बजट की मंजूरी मिल जाएगी. इसके बाद निर्माण कार्य की प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी."
यह हाईवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की तर्ज पर बनाया जाएगा. साल 2021 में केंद्र सरकार ने कानपुर से सागर नेशनल हाईवे के समानांतर इस ग्रीन हाईवे को महोबा जिले के कबरई तक निर्मित कराने का फैसला किया था.