यूपी के इन दो जिलो में बढ़ेगी कनेक्टिविटी, सिर्फ़ इतने मिनट में होगा सफ़र
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प्रदेश में अब यातायात को लेकर महत्वपूर्ण परिवर्तन किया जा रहा है. अब यात्रियों के लिए सफर करने के दौरान महत्वपूर्ण समय को घटा सकती है. जिससे अब इन यात्रियों को समय में बचत मिलेगी. अब नए रास्ते खुलने पर न केवल यात्रियों के समय में कमी आएगी अपितु व्यापार, पर्यटन और दैनिक आवागमन में सुधार हो पाएगा.
हाथरस और मथुरा जिले में बढ़ती समस्या
उत्तर प्रदेश में हाथरस से मथुरा एक जिले से दूसरे जिले में जाने के यात्रा का समय लगभग लगभग 22 मिनट में हो सकती है मथुरा और बरेली हाईवे 30 जून से रास्ते को खोल दिया जाएगा जिसमें राया कट पर पुल के कनेक्ट से नोएडा की दूरी भी कम होकर 2 घंटे हो जाएगी. मथुरा और बरेली राजमार्ग एनएच 530B निर्माण कार्य पूरा करवाया जा चुका है. राया के निकट दो पुल को कनेक्ट किया गया है वर्तमान और भविष्य को देखते हुए इस रास्ते पर वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से करवाया जा रहा है
इसी बीच 30 जून को इसे औपचारिक रूप से खोला जाएगा इसके साथ-साथ हाथरस से और नोएडा तक सफर भी अब केवल और केवल 2 घंटे में पूरा किया जा सकता है. अब हाथरस से नोएडा की दूरी 160 किलोमीटर प्रति घंटा है. कुछ दिन पहले यात्री इस रूट पर सफर करने के दौरान तीन से चार घंटे में तय करते थे क्योंकि राया पर राजगीरों को हर दिन कई घंटे तक जाम में खड़े रहना पड़ता था. लेकिन आधुनिक और डिजिटल और कार्य को करवाने के बाद यह सफल 2 घंटे में पूरा यात्री अब कर पाएंगे.
नोएडा तक सफर करना अब आसान
अब हाथरस की सीमा में कंपनी अपना पूरा काम अंतिम चरण में कर रही है अब केवल राया कट पर पिछले कई महीनो से दो पुल को कनेक्ट करने का काम चल रहा था अब वह भी पूरा कर लिया गया है पिछले करीब तीन दिनों से हाथरस के लोग सीधे बिना किसी अवरोध के यमुना एक्सप्रेस वे तक पहुंच जाते थे लेकिन औपचारिक रूप से इस रास्ते पर 30 जून को प्रारंभ करवा दिया गया है. राज्य सरकार ने कहा है कि यह विकास योजनाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है. जिसमें प्रदेश में बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और लोगों की सुविधा बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.
हाथरस तथा मथुरा जिले में यातायात की स्थिति दिनों दिन बिगड़ती ही जा रही थी जिसमें राहगीरों को कई घंटे तक जाम में फंसे रहना पड़ता था. इस शहर में कई स्थानों पर जाम की समस्या अब आम हो चुकी थी एक सूत्रों के हवाले से पता चला है कि अतिक्रमण भी जाम की एक मुख्य वजह बन गई थी. जिसमें रास्ते संकुचित हो गए थे और वाहनों की आवाजाही में बड़ी परेशानी होती थी. इन सभी घटनाओं से यह पूरे तरीके से स्पष्ट है कि हाथरस और मथुरा जिले में यातायात व्यवस्था का सुधार होना अति आवश्यक है जिसमें सरकार और जिला प्रशासन इन समस्याओं का समाधान लगातार कर रही है ताकि राजगीरों को जाम की समस्या से छुटकारा मिल सके.