Azadi Ka Amrit Mahotsav: बस्ती में आधे-अधूरे अमृत सरोवरों पर लहरायेगा तिरंगा?
Independence Day: - पूरे जिले में अब तक किसी भी सरोवर का काम नहीं हुआ पूरा - शहरी क्षेत्र में तालाबों पर काम ही शुरू नहीं हुआ
-भारतीय बस्ती संवाददाता-
बस्ती. केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत सरोवर योेजना के तहत बनने वाले तालाबों का काम अधूरा ही हो पाया है. अगस्त तक बनने वाले इन तालाबों का लोकार्पण होना था. बरसात हो जाने से काम होने मे अड़ंगा लग चुका है. अब आधे-अधूरे अमृत सरोवरो के किनारे हर घर तिरंगा अभियान के तहत झण्डा फहराया जाएगा.
अमृत सरोवरों में काम बरसात बाद ही संभव होगा. सरकार द्वारा जोर-शोर से अमृत सरोवरों को बनाने पर जोर दिया गया था. सरकार के आदेश पर हरकत में आये अधिकारियों ने स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में भूमि पूजन कर इन सरोवरों की आधारशिला रखी. कहा गया की जल्द से जल्द इन सरोवरों का निर्माण कर जनता के लिए खोल दिया जाएगा. दो महीना बीत जाने के बावजूद जिले के सभी ब्लाकों में भूमि पूजन तो हुआ. मगर किसी भी ब्लाक में समय से काम पूरा होने की संभावना नहीं दिख रही है.
मनरेगा के तहत निर्माण होने वाले अमृत सरोवर योजना से सरकार गांवों में गिरते भूजलस्तर को बराबर करना चाहती थी. सरोवरों को विकसित कर उनका सुंदरीकरण कराकर पर्यटन स्थल के रूप में विकास करना सरकार का लक्ष्य था. मगर स्थानीय स्तर पर देरी और तमाम जगहों पर धनाभाव के कारण सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत सरोवर योजना धरातल पर दम तोड़ती नजर आ रही है.
ऐसे में ब्लाक प्रमुखों से बात करने पर उन्होंने बताया की योजना देर से शुरू हुई. जिसके कारण वहां काम शुरू कराया गया. मनरेगा से काम करने की वजह से बड़े तालाबों में काम समय से पूरा कराने में परेशानी आ रही है. वहीं बरसात शुरू हो जाने से तालाबों में पानी भर गया है. जिससे काम कराने में दिक्कत आ रही है.
शहरी क्षेत्र के नगर पालिका में तो अब तक किसी तालाब को अमृत सरोवर योजना से जोड़ने तक का काम नहीं किया जा सका है. नगर पालिका के सभी तालाब अतिक्रमण से कराह रहे है. ऐसे में नगर पालिका क्षेत्र में अमृत सरोवर योजना से कोई तालाब आच्छादित हो पाएगा. इसमें संशय है.
मुख्य विकास अधिकारी राजेश प्रजापति की मानें तो अमृत सरोवर योजना के तहत बनने वाले तालाबों का काम समय से पूरा हो जाएगा. जानकारों की मानें तो अमृत सरोवर योजना भले ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हो. मगर ऐसे ही काम चलता रहा तो साल भर में सरोवरों का काम पूरा नहीं हो पाएगा. स्थानीय स्तर पर नेताओं, अधिकारियों की अदूरदर्शिता की वजह से काम में ढ़िलाई बरती जा रही है. अमृत सरोवर योजना अभी धरातल पर उतर भी नहीं पा रही थी की सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान चला दिया है. ध्यान देना होगा की हर घर तिरंगा अभियान का हश्र अमृत सरोवर योजना की तरह न होने पाये.