यूपी के हर जिले में 100 एकड़ में बनेगा यह जोन, मिलेगा रोजगार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर जनपदीय एप्वाइंटमेंट जोन विकसित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एप्वाइंटमेंट जोन 100 एकड़ के क्षेत्रफल में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के तहत विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र में विभिन्न उद्योगों और व्यवसायों की स्थापना की जाएगी, जिससे स्थानीय निवासियों को रोजगार मिल सकेगा।
सपा पर निशाना साधते हुए कहा गया कि आप लोगों ने जेपी नारायण के गांव को भुला दिया था, परंतु हमने कनेक्टिविटी प्रदान की। इस सरकार ने उनके गांव को पहली बार बस सेवा से जोड़ने का कार्य किया है। जेपी नारायण ने 1977 में उस समय की प्रदेश सरकार को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अनुरोध किया था कि उनके गांव में स्थित स्वास्थ्य केंद्र को उनकी दिवंगत पत्नी के नाम पर रखा जाए। आप लोगों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन हमारी सरकार ने इसे संभव बनाया है। आप लोग जेपी, लोहिया और उनके योगदान को भूल गए हैं, जबकि हमारी सरकार ने उनके सपनों को साकार करने का प्रयास किया है।
नेता प्रतिपक्ष ने जेपी सेंटर के मुद्दे पर उठाए गए सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि सरकारी धन का दुरुपयोग किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि जेपी के नाम पर केवल होटल बनाने की बजाय, एक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण होना चाहिए, जो समाज के कल्याण के लिए उपयोगी हो।
योगी ने यह भी कहा कि हमें लोक कल्याण के कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और किसी भी प्रकार की फिजूलखर्ची से बचना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग जेपी के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि जेपी एक महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके नेतृत्व में संघर्ष किया गया और उनकी शिक्षाओं को आगे बढ़ाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि हमें जेपी के विचारों को याद रखना चाहिए और उनके योगदान को सम्मानित करते हुए विकास की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले अपराधियों का राज हुआ करता था, जहाँ पुलिस उनकी गिरफ्त में आती थी और माफिया को सम्मान देती थी। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश की सोच में एक नया मोड़ आया है। आज, उत्तर प्रदेश को देश और दुनिया के लोग एक नए नजरिए से देख रहे हैं। प्रदेशवासियों को अब सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, जो कि एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। योगी ने यह भी कहा कि अब माफिया का कोई स्थान नहीं है और पुलिस का मुख्य उद्देश्य जनता की सुरक्षा करना है।
एक माफिया ने हाल ही में हाईकोर्ट के जज के काफिले को रोकने की कोशिश की, जो कि एक बेहद गंभीर और चिंताजनक घटना है। यह वही माफिया है, जिसके खिलाफ 10 जजों ने कोर्ट में सुनवाई करने से मना कर दिया था। जब यह माफिया वर्तमान सरकार के सामने आया, तो उसकी हिम्मत टूट गई और वह पुलिस के सामने खड़ा होने में असमर्थ हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शासन को धमक के जरिए चलाया जाता है, और आज प्रदेश में माफियाओं को इसी धमक का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में नाविकों के शोषण के मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि "हमने इनकी देखभाल नहीं की है। इस संदर्भ में, मैं एक नाविक परिवार की प्रेरणादायक कहानी साझा करना चाहता हूं। यह परिवार 130 नौकाओं का मालिक है और इन्होंने केवल 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की शुद्ध बचत की है। इसका मतलब है कि एक नाव ने इस अवधि में लगभग 23 लाख रुपये की कमाई की है। इसके अलावा, प्रयागराज में नाविकों के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा भी की गई है, जो उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगा।"