यूपी के इन जिलों में अब प्रति यूनिट होगा बिजली बिल का हिसाब, स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू
उत्तर प्रदेश में पावर कारपोरेशन, ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हुआ है। स्मार्ट मीटर लगाने का काम तीन चरणों में शुरू किया गया है। पहले चरण में फीडर, दूसरे चरण में ट्रांसफार्मर व तीसरे चरण में उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बीते दिनों कहा था की केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा बिजली चोरी रोकने व प्रत्येक यूनिट खपत का हिसाब रखने के लिए पावर कारपोरेशन का 30 हजार ट्रांसफार्मर पर स्मार्ट मीटर लगाने काम शुरू हुआ गया है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने राजधानी लखनऊ में कई स्थानों पर खुद जाकर इसकी जांच की तो कहीं पर भी उन्हें चेक मीटर लगा नहीं मिला। मानस नगर व कृष्णा नगर में उपभोक्ताओं ने बताया कि उनके यहां चेक मीटर नहीं लगाया गया। उपभोक्ता सुशीला ने बताया कि वह बीते दिनों मुंबई गई हुई थीं और उनकी बिना सहमति के घर पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा दिया गया। उपभोक्ता रामकृष्ण व जितेन्द्र कुमार ने भी शिकायत की कि उनके यहां चेक मीटर नहीं लगाया गया।
ऐसे में उपभोक्ताओं के साथ अन्याय किया जा रहा है। जिले में 41 उपकेंद्र हैं, यहां 156 फीडर संचालित हैं, इनसे जुड़े चार लाख 25 हजार उपभोक्ता हैं। टांडा, अकबरपुर, सेनपुर, अशरफपुर बरवां, आलापुर, जलालपुर, मालीपुर, भीटी उपकेंद्र के 64 फीडर पर स्मार्ट मीटर लगाया गया है। जिले के चार लाख 25 हजार उपभोक्ताओं के घर पर ट्रांसफार्मर तथा फीडर पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने की जिम्मेदारी पावर कारपोरेशन ने सरयू स्मार्ट मीटरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी है। संस्था 500 घरों में स्मार्ट मीटर लगा चुकी हैं।
कंपनी के प्रभारी रौशन प्रभात ने बताया फीडर तथा 25 केवीए के ऊपर वाले ट्रांसफार्मर पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रारंभ है। घर व दुकान में भी स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। पावर कारपोरेशन बिजली चोरी रोकने के लिए अलर्ट है। हालांकि कुछ दिन पहले उपभोक्ताओं के विरोध पर स्मार्ट मीटर लगाए जाने का अभियान रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा था। पावर कारपोरेशन स्मार्ट मीटर के फायदे बताने के लिए बैनर पोस्टर के माध्यम से जागरूक कर रहा है।