यूपी के इस जिलें में कॉरिडोर के मार्ग पर चमेकेंगे डमरू, इस तरह दिखेंगे त्रिशूल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बरेली में नाथ कॉरिडोर परियोजना की समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाथनगरी बरेली में निर्माणाधीन नाथ कॉरिडोर की सड़कों को चार लेन की बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि नाथ कॉरिडोर पर स्थित भूमि का व्यवसायिक उपयोग भी किया जाएं जिससे प्राधिकरण व नगर निगम की आय में भी वृद्धि हो।
जिसमें मंदिर में प्रवेश करते ही जूता चप्पल स्टैंड बनेगा। प्रसाद की दुकानेंए श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था के तहत बेंचों का निर्माण किया जाएगा। मंदिरों के पुराने पेड़ों को भी व्यवस्थित किया जाएगा। प्रवचन स्थल की भी सुविधा मुहैया कराई जाएगी और कर्मकांड स्थल विकसित होगा। भंडारे के लिए शेड की व्यवस्था की जाएगी। बरेली में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने नाथ कॉरिडोर के छह मार्गों का निर्माण तकरीबन पूरा कर दिया है।
अब आगरा के ताजमहल मार्ग और लखनऊ के बेगम हजरत महल मार्ग की थीम पर इनको सजाने-संवारने की तैयारी शुरू हो गई है। कहां क्या विकसित किया जा सकता है, बीडीए की टीम इसका आकलन कर रही है। बीडीए, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम मिलकर इन मार्गों को सजाएंगे-संवारेंगे। बीडीए प्रस्ताव तैयार कर रहा है। मंडलायुक्त की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इसको अंतिम रूप दिया जाएगा।
इन मार्गों पर रहने वाले लोगों, प्रतिष्ठानों, सरकारी विभागों और सामाजिक तथा व्यापारिक संगठनों का सहयोग लेकर मार्गों और चौराहों तथा मार्ग के दोनों ओर की दीवारों को विकसित करने की तैयारी है। बीडीए के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए ने इसकी कवायद शुरू कराई है।मार्गों से अतिक्रमण हटाएं जाएंगे, यूटिलिटी शिफ्टिंग हो सकेगी, स्ट्रीट लाइटों के संग त्रिशूल और डमरू चमकेंगे कॉरिडोर के प्रत्येक घर और प्रतिष्ठान पर शाम सात बजे के बाद लाइटिंग होगी।मार्ग के दोनों ओर की खाली दीवारों पर पेटिंग्स में शिव से जुड़े प्रसंग होंगे प्रदर्शित।मार्ग के चौराहों को सामाजिक और व्यापारिक संगठनों को गोद देकर विकसित कराएंगे।बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ने बताया कि नाथनगरी के मार्गों को इस तरह विकसित किया जाना है, जिससे शहर का धार्मिक महत्व बढ़े और विकास को रफ्तार मिले। कारोबार का भी विस्तार हो।