यूपी के यह 53 गाँव विकास प्राधिकरण की सीमा में होंगे शामिल
शामली में सीमा विस्तार के लिए भेजे गए मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण के प्रस्ताव की आस जग गई है। शामली नगर पालिका परिषद की सीमा खत्म होने के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण और प्राधिकरण की सीमा खत्म होने के बाद जिला पंचायत की सीमा शुरू होती है।
मीरापुर विधानसभा उप चुनाव के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की शामली जिले की सीमा विस्तार की अधिसूचना उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से जारी होने की संभावना है। प्राधिकरण में जिले के 53 गांव शामिल होंगे। मीरापुर विधानसभा का उप चुनाव का मतदान 20 नवंबर को होगा। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद चुनाव आचार संहिता खत्म होगी। इसके बाद नए कार्य शुरु होंगे। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा ने बताया कि मीरापुर विधानसभा उप चुनाव के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की शामली जिले की सीमा विस्तार की अधिसूचना उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से जारी होने की संभावना है।
शासन की ओर से प्रस्ताव में शामिल किए गए 53 गांवों और तहसील, बाईपास के नामों का शुद्धिकरण का सत्यापन तीनों तहसील के एसडीएम से कराकर एक साल पहले रिपोर्ट शासन को जा चुकी है। तीन दिन पहले लखनऊ में विकास प्राधिकरण के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता मेें सचिव और उपाध्यक्षों की मासिक बैठक हुई। प्रस्ताव में कैराना, शामली और ऊन तहसील के 53 गांवों और सभी बाईपास को शामिल किया गया है। प्राधिकरण की सीमा जिला मुख्यालय पर मेरठ- करनाल, दिल्ली-शामली सहारनपुर, पानीपत खटीमा हाईवे के बाईपास तक आबादी में पहुंच गई है। डेढ़ साल पहले प्राधिकरण की सीमा का विस्तार का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को भेजा गया था।