Google Pixel का प्रोडक्शन भारत में? EMS सेक्टर के लिए बड़ी उम्मीद!

भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। बीते दिनों सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली थी कि Google अपने Pixel फोन के प्रोडक्शन को वियतनाम से भारत शिफ्ट करने की योजना बना रहा है। हालाँकि अभी यह विकास शुरुआती स्तर पर है और आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर ऐसा होता है तो भारत के EMS यानी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज सेक्टर के लिए यह बहुत बड़ी सकारात्मक खबर होगी।
Google Pixel फोन का कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग का काम DNT Technologies जैसी कंपनियां करती हैं। यदि प्रोडक्शन भारत शिफ्ट होता है, तो इससे भारत में मौजूद EMS कंपनियों को बड़ा लाभ मिल सकता है। यह खबर न केवल इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है, बल्कि 'मेक इन इंडिया' पहल को भी एक नई दिशा दे सकती है।

पिछले एक-डेढ़ साल में भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर चिप्स को लेकर कई अहम नीतियाँ बनाई हैं। इन नीतियों का मकसद भारत की निर्भरता चाइना, ताइवान और अन्य बड़े मैन्युफैक्चरिंग देशों पर कम करना है। सरकार ने घरेलू स्तर पर प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के प्रोत्साहन पैकेज और योजनाएँ लागू की हैं। इसके नतीजे भी अब धीरे-धीरे दिखने लगे हैं।
Read Below Advertisement
साथ ही, Dixon Technologies जैसी कंपनियाँ भी इस सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत कर रही हैं। Dixon ने पिछले एक से डेढ़ साल में शानदार प्रदर्शन दिया है। इसका शेयर 18,000–19,000 के स्तर तक गया था, फिर गिरकर 12,000–13,000 के करीब आया और अब फिर से 16,500 के आसपास कारोबार कर रहा है। इससे यह साफ झलकता है कि यह सेक्टर उभर रहा है, हालाँकि कुछ अस्थिरता भी बनी हुई है।
यदि Google Pixel का प्रोडक्शन भारत में शुरू होता है, तो एक मास प्रोडक्शन चेन खड़ी होगी, जिससे EMS कंपनियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। लेकिन अभी भी इस डेवेलपमेंट में थोड़ी अनिश्चितता बनी हुई है कि यह प्रोडक्शन कब और किस स्तर पर शुरू होगा। इसके बावजूद लॉन्ग टर्म पर्सपेक्टिव से देखा जाए तो इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, सेमीकंडक्टर और पीसीबी इंडस्ट्री एक उभरता हुआ क्षेत्र नजर आता है, जिस पर लगातार नजर रखने की जरूरत है।
सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर ही नहीं, बल्कि सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियाँ भी निवेशकों के फोकस में हैं। हाल के कारोबार में महानगर गैस लिमिटेड (MGL) के स्टॉक प्राइस में लगभग 3% का इजाफा देखने को मिला है। वहीं इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) के शेयर में भी करीब 1.5% की तेजी देखी गई है। IGL 1035 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है, जबकि MGL 1315 के करीब देखा गया।
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, MGL में आने वाले दिनों में और तेजी देखने को मिल सकती है। यदि स्टॉक 1355 के स्तर को तोड़ता है, तो अगला लक्ष्य 1410 का बन सकता है। मौजूदा स्तरों पर भी खरीदारी की सलाह दी जा रही है, जहाँ 1270 का स्टॉपलॉस बनाकर निवेश करना उपयुक्त रहेगा।
इन सभी घटनाक्रमों को मिलाकर देखा जाए तो भारतीय बाजार में नए सेक्टर उभर रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, सेमीकंडक्टर चिप्स, और गैस डिस्ट्रीब्यूशन जैसे क्षेत्रों में न सिर्फ कंपनियाँ विस्तार कर रही हैं, बल्कि निवेशकों को भी इन क्षेत्रों से बेहतर रिटर्न की उम्मीद है। सरकार की नीतियाँ, बढ़ती मांग, और वैश्विक कंपनियों का भारत की ओर रुझान मिलकर आने वाले वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई ऊँचाई दे सकते हैं।
इसलिए चाहे Google Pixel का प्रोडक्शन भारत आए या नहीं, EMS सेक्टर पहले ही सही दिशा में बढ़ता दिख रहा है। यदि यह ट्रेंड जारी रहता है, तो भारत आने वाले समय में ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनने की ओर एक मजबूत कदम बढ़ा सकता है।