14 साल के इस बल्लेबाज़ ने आईपीएल में रचा इतिहास, क्या बिहार के CM ने किया कुछ खास ऐलान?

भारत में जहां 14 साल की उम्र के बच्चे अपना स्कूल बैग तैयार करते हैं, वहीं इसी उम्र में वैभव सूर्यवंशी अपने किट बैग को लेकर मैदान में उतरते हैं और आईपीएल जैसे बड़े मंच पर अपने बल्ले से तूफान मचा देते हैं। यह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है, लेकिन वैभव ने इसे हकीकत में बदल दिया है।
हाल ही में खेले गए मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ महज 35 गेंदों पर शानदार शतक ठोक दिया। यह शतक सिर्फ तेज नहीं था, बल्कि पूरी तरह से मैच का रुख पलटने वाला साबित हुआ। उनकी इस पारी की मदद से राजस्थान की टीम ने न सिर्फ मुकाबला जीता बल्कि इस सीजन की तीसरी जीत भी दर्ज की।
वैभव की इस ऐतिहासिक पारी के बाद न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में उनकी चर्चा शुरू हो गई है। वेस्ट इंडीज के दिग्गज बल्लेबाज़ ब्रायन लारा तक ने वैभव सूर्यवंशी की तारीफ करते हुए ट्वीट किया है। क्रिकेट जगत के बड़े-बड़े नाम इस युवा खिलाड़ी के प्रदर्शन को सराह रहे हैं।
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गुजरात के खिलाफ वैभव की इस पारी ने विपक्षी टीम का नेट रन रेट भी बिगाड़ दिया। मैच के बाद राजस्थान के डगआउट में खुशी का माहौल था। कोच से लेकर सभी खिलाड़ी तक वैभव की बल्लेबाज़ी को देखकर झूम उठे। इस जबरदस्त प्रदर्शन की गूंज बिहार तक पहुंची, जहाँ से वैभव आते हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी वैभव को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर न सिर्फ इस उपलब्धि की सराहना की, बल्कि ₹1 लाख की पुरस्कार राशि देने का ऐलान भी कर दिया। नीतीश कुमार ने याद दिलाया कि उन्होंने वैभव से पहले भी मुलाकात की थी और तब भी उन्हें शुभकामनाएं दी थीं।
इतना ही नहीं, रोहित शर्मा ने भी इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगाकर वैभव को बधाई दी। उनके अलावा सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह जैसे दिग्गजों ने भी इस युवा खिलाड़ी को सराहा है। एक 14 साल के खिलाड़ी का ऐसा प्रदर्शन देखकर हर कोई हैरान है।
वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाज़ी में जिस तरह की ताकत, आत्मविश्वास और मैच्योरिटी देखने को मिली, वो किसी अनुभवी खिलाड़ी से कम नहीं थी। उनके हर शॉट में पावर झलक रही थी, और उन्होंने यूसुफ पठान का रिकॉर्ड तोड़ते हुए आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बल्लेबाज़ का खिताब अपने नाम किया।
उनकी बल्लेबाज़ी में डर का कोई नामोनिशान नहीं था। वे पूरी तरह से आत्मविश्वास से लबरेज़ दिखे और एक बड़े मंच पर अपनी क्षमता को साबित किया। यह प्रदर्शन सिर्फ एक मैच का नहीं है, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करता है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या आने वाले मैचों में भी वैभव सूर्यवंशी इसी तरह का प्रदर्शन जारी रख पाएंगे। लेकिन एक बात तय है — उन्होंने सिर्फ एक पारी में ही करोड़ों दिलों को जीत लिया है और भारतीय क्रिकेट के भविष्य की एक नई उम्मीद बनकर उभरे हैं।