यूपी से इन रूट पर चलेंगी स्पेशल ट्रेन, देखें पूरी लिस्ट
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भारतीय रेलवे ने गर्मी की छुट्टियों में यात्रियों की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश यूपी और बिहार के बीच समर स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है. इन विशेष ट्रेनों का उद्देश्य यात्रियों को भीड़.भाड़ से राहत देना और यात्रा को सुगम बनाना है. यहां कुछ प्रमुख समर स्पेशल ट्रेनों की जानकारी दी गई है.
यूपी से बिहार के लिए गर्मी स्पेशल ट्रेनें
रेलवे नेटवर्क के विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं. जो राज्य के दूरदराज़ क्षेत्रों को मुख्य रेलवे मार्गों से जोड़ने, यात्री सुविधाओं में सुधार, और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हैं. रेलवे और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास के लाभ कई स्तरों पर महसूस किए जाते हैं सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक मई जून के बीच सफर पर जाने वाले यात्रियों से ट्रेनें पूरी तरह से पैक रहेंगी. ऐसे में रेल मुख्यालय ने बिहार, पूर्वांचल जाने वाली यात्री गाड़ियों में भीड़ को देखते हुए तीन समर स्पेशल ट्रेनों को हरी झंडी दी है. इनमें दो ट्रेनें गोरखपुर और रक्सौल के लिए एक ट्रेन संचालित होगी.
स्पेशल ट्रेनें आठ मई से 13 जुलाई तक संचालित होंगी. रेलवे ने नॉन इंटरलॉकिंग के मद्देनजर 16 अप्रैल से 4 मई तक सत्याग्रह समेत दस जोड़ी ट्रेनों का संचालन रोकने के आदेश जारी कर दिये थे, पर रेल मुख्यालय ने गर्मी में बढ़ी भीड़ को देखते हुए इन रद ट्रेनों का संचालन दोबारा बहाल कर दिया. रेलप्रवक्ता के अनुसार जननायक एक्सप्रेस (15211-12) ट्रेन को 16 अप्रैल से संचालन रोका गया. पर 24 अप्रैल से यह ट्रेन फिर बहाल हो गई इन गाड़ियों को रूट बदलकर चलाया जा रहा है. इसी तरह सत्याग्रह एक्सप्रेस (15273-74) ट्रेन को 24 अप्रैल से रूट बदलकर चलाया जा रहा है. इसके अलावा सहरसा-अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस (15531-32) ट्रेन 27 अप्रैल को संचालित होंगी. ट्रेन को छपरा-बनारस-मां बेल्हादेवी लखनऊ होकर चलेंगी। इसे 28 अप्रैल को अमृतसर से चलाया जाएगा. अंत्तयोदय एक्सप्रेस (22551-52) ट्रेन 3 मई से चलाई जाएगी. रेलवे से माल और यात्रियों की आवाजाही सुगम होती है. जिससे स्थानीय व्यापार कृषि और उद्योग को बढ़ावा मिलता है. रोजगार सृजन, निर्माण कार्यों, स्टेशनों के संचालन और रखरखाव में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है. बेहतर कनेक्टिविटी, ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों को प्रमुख शहरों से जोड़ने से शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों तक पहुंच आसान होती है.
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विकास के प्रमुख लाभ
मुरादाबाद होकर चलने वाली ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को राहत मिलेगी. गोरखपुर जंक्शन व गोरखपुर कैंट के बीचरेललाइन कार्य चल रहा है. 4 अप्रैल सेरेललाइन के लिए प्री एनआई का काम शुरू हुआ. गोरखपुर में इंटरलॉकिंग कार्य के चलते रद हुईं मुरादाबाद रूट की आठ ट्रेनों का संचालन बहाल हो गया है, कुछ का आज बहाल हो जाएगा. बहाल ट्रेनों में रक्सौल से आनंद विहार, डिब्रूगढ़-अमृतसर जननायक समेत चार जोड़ी ट्रेनें शामिल हैं. जननायक एक्सप्रेस 24 और सत्याग्रह एक्सप्रेस 25 अप्रैल से संचालितहोनेलगी हैं. शहरीकरण नई रेल लाइनों के कारण कस्बों का विकास होता हैए जिससे शहरों पर दबाव कम होता है.
इसी तरह नई दिल्ली से गोरखपुर के लिए ट्रेन (04012-11) को भी 9 मई से 12 जुलाई तक चलाया जाएगा. मुरादाबाद स्टेशन व मंडल से होकर गुजरने वाली तीसरी ट्रेन दिल्ली से रक्सौल (04026-25) के लिए समर स्पेशल ट्रेन 8 मई से 11 जुलाई तक संचालित होगी. रेल अधिकारी के अनुसार तीनों समर स्पेशल ट्रेनें सप्ताह में एक-एक दिन चलेंगी. सभी के 10 10 ट्रिप होंगे. गोरखपुर स्पेशल ट्रेनों के मंडल में हरिद्वार, मुरादाबाद, बरेली और शाहजहांपुर ठहराव होंगे. धार्मिक स्थलों तक आसान पहुंच अयोध्या, वाराणसी, मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों तक बेहतर रेल सेवा से पर्यटन बढ़ता है. स्थानीय आय में वृद्धि पर्यटकों के आगमन से होटल, टैक्सी, भोजन और स्थानीय हस्तशिल्प में आय बढ़ती है, सड़क यातायात में कमी रेल परिवहन सड़क पर वाहनों का बोझ कम करता है. जिससे प्रदूषण और ट्रैफिक में राहत मिलती है. ऊर्जा कुशल, रेलगाड़ियाँ सड़क परिवहन की तुलना में अधिक ऊर्जा दक्ष होती हैं. सीमा क्षेत्रों तक पहुंच रेलवे का विस्तार सीमावर्ती क्षेत्रों में देश की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूती देता है. सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि योगनगरी ऋषिकेश से गोरखपुर के लिए समर स्पेशल (04304-03) 10 मई से 13 जुलाई तक चलेगी.