यूपी के इस ज़िले में बनेगा 2 किलोमीटर लंबा पुल, जल्द शुरू होगा काम
2.png)
बलिया और देवरिया जिलों को सीधे जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित फोरलेन पुल परियोजना को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. परियोजना स्थल पर आवश्यक मिट्टी जांच ;सॉयल टेस्टिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. और अब निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है.
मिट्टी जांच पूरा होने के बाद कार्य जल्द
परियोजना का उद्देश्य न केवल बलिया और देवरिया के बीच आवागमन को सुगम बनाना है. बल्कि इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी गति देना है. फोरलेन पुल बनने से यात्रा में लगने वाला समय कम होगा. और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार अब जब तकनीकी जांच पूरी हो चुकी है. तो टेंडर प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है. कार्यदायी एजेंसी की नियुक्ति के बाद निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ कर दिया जाएगा. बलिया देवरिया को जोड़ने वाले फोरलेन पुल के लिए मिट्टी जांच पूरा होने के बाद कार्य जल्द शुरू होगा. 300 करोड़ से बनने वाले वाले पुल का प्रस्ताव तैयार कर भेजा जा रहा है. सरयू नदी पर टू लेन के दो पुल बनेंगे, जिससे भारी वाहनों के साथ उत्तर भारत से मध्य भारत की यात्रा सुलभ होगी.
पुराना पुल जर्जर हो चुका है और स्थाई रूप से भारी वाहनों के लिए दो साल से बंद है. बलिया और देवरिया को जोड़ने के लिए भागलपुर में पुल का निर्माण होना है. लेकिन अभी बलिया में महज 34 प्रतिशत कार्य शुरू हुआ है. जबकि देवरिया में 14 किलोमीटर में मात्र पांच किलोमीटर की पजेशन मिल पाई है. दोनों जिलों में 40 प्रतिशत कार्य पूरा होने के बाद ही भागलपुर पुल का निर्माण शुरू किया जाएगा. इसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है. नदी पर पुल बनाने से पहले विभाग मिट्टी की जांच करता है ताकि यह सुनिश्चित हो सकेगी कि पुल का आधार मजबूत और टिकाऊ हो. मिट्टी जांच के बाद विभाग पुल बनाने का प्रस्ताव तैयार करता है. प्रस्ताव में मिट्टी जांच के परिणामों के आधार पर विभाग पुल निर्माण का प्रस्ताव तैयार करता है, प्रस्ताव में पुल की डिजाइन, निर्माण की योजना और लागत का अनुमान शामिल होता है। तैयार किये प्रस्ताव को संबंधित विभाग को भेजा जाता है.
Read Below Advertisement
मिट्टी जांच पूरी, कार्य जल्द होगा शुरू
स्थानीय लोगों में इस परियोजना को लेकर खासा उत्साह है. वर्षों से इस पुल की मांग उठती रही है. जो अब जाकर साकार होने की ओर है. इस परियोजना के पूरा होने के बाद बलिया और देवरिया के बीच सड़क मार्ग से दूरी और समय. दोनों में काफी कमी आने की संभावना है. साथ ही यह पुल आपदा की स्थिति में वैकल्पिक मार्ग के रूप में भी अहम भूमिका निभा सकता है. पुराने पुल की स्थिति दयनीय होने के कारण सेतु निगम ने नवंबर 2023 में आठ फिट ऊंचा हाइट गेट बैरियर लगाकर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी, जिससे आने जाने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. व्यापार, रोजगार, शादी ब्याह के यात्री सभी पर इसका असर पड़ रहा है.
कुछ युवा जो कस्बे में दुकान चलाते थे, दुकान बंद कर रोजगार के लिए शहरों में चले गए. तमकुहीराज से सिकंदरपुर तक बनने वाले फोरलेन के लिए सरयू नदी पर पुराने पुल के सटे पश्चिम दिशा में पुल का निर्माण होगा. एनएचएआई ने सर्वे कर शासन को भेजा था. शासन से मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. जल्द पुल का निर्माण का शुरू करने की तैयारी है. डबल लेन पुल बनाने के लिए प्रक्रिया तेज होने से लोगों में खुशी है. नेपाल, बिहार, सहित पूर्वी भारत से मध्य भारत को जोड़ने वाले भागलपुर सरयू नदी पर फोर लेन पुल के लिए एनएचएआई ने पुल के लिए बनने वाले खंभों के नीचे की मिट्टी जांचने के बाद प्रोजेक्ट तैयार कर प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रहा है. जिससे पुल का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू कराया जा सके.