यूपी के इस जिले में बनेगा अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन, 5801 करोड़ रुपए का निवेश

यूपी के इस जिले में बनेगा अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन, 5801 करोड़ रुपए का निवेश
यूपी के इस जिले में बनेगा अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन, 5801 करोड़ रुपए का निवेश

उत्तर प्रदेश: यूपी की राजधानी लखनऊ के मेट्रो नेटवर्क को और आधुनिक बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं. चारबाग से बसंतकुंज तक निर्मित होने जा रहे ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में मेट्रो ट्रेन जमीन से लगभग 100 फीट नीचे दौड़ेगी. इस कॉरिडोर में कुल 12 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें से 7 स्टेशन भूमिगत और 5 स्टेशन एलिवेटेड होंगे. 

मेट्रो इंजीनियरों ने शुरू की तैयारी

बुधवार को मेट्रो इंजीनियरों की एक टीम नगर निगम दफ्तर पहुंची. वहां अधिकारियों से सीवर लाइन, पानी की पाइपलाइन, नालों और अन्य भूमिगत ढांचों की जानकारी ली गई. साथ ही मेट्रो की डिजाइन भी साझा की गई, जिससे भविष्य में निर्माण के समय कोई बाधा न आए. निगम और मेट्रो की संयुक्त टीमें अगले 2-3 दिनों में इस रूट का ग्राउंड सर्वे शुरू कर देंगी.

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100 फीट नीचे दौड़ेगी मेट्रो 

इस रूट पर कई पुराने नाले और पाइपलाइन पहले से मौजूद हैं. ऐसे में मेट्रो को इतनी गहराई पर बनाना जरूरी है जिससे किसी मौजूदा ढांचे पर नुकसान न हो. नगर निगम के मुख्य अभियंता महेश वर्मा ने मेट्रो इंजीनियरों से मुलाकात की और जरूरी जानकारियां साझा कीं. निर्माण के बाद सीवर और पाइपलाइन जैसी सेवाओं को ऊपर की तरफ शिफ्ट किया जाएगा.

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चारबाग से बसंतकुंज तक के इस नए कॉरिडोर को 21 मई 2025 को वित्तीय मंजूरी मिल चुकी है. अब केवल केंद्रीय कैबिनेट की हरी झंडी मिलनी बाकी है. एक बार मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. अनुमान है कि यह परियोजना अगले 4 से 5 वर्षों में पूरी हो जाएगी. इस परियोजना के सफल होने के पश्चात ट्रैफिक और भीड़-भाड़ से बचते हुए सफर करना आसान हो जाएगा. 

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इस रूट की कुल लंबाई 11.165 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर लगभग 5801 करोड़ रुपये का खर्च होने की संभावना है. मार्च 2024 में प्रदेश सरकार ने डीपीआर को मंजूरी दी थी. जुलाई 2024 में नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप ने योजना को हरी झंडी दी. मई 2025 में पीआईबी (पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड) से वित्तीय मंजूरी, अब केंद्रीय कैबिनेट से अंतिम मंजूरी बाकी है

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लखनऊ मेट्रो
  • 23 किलोमीटर - वर्तमान मेट्रो रूट की लंबाई (अमौसी से मुंशीपुलिया)
  • 35 किलोमीटर - नई परियोजना जुड़ने के बाद कुल लंबाई
  • 4.286 किलोमीटर - एलिवेटेड रूट की लंबाई
  • 6.879 किलोमीटर - भूमिगत रूट की लंबाई
  • 12 स्टेशन - 7 भूमिगत, 5 एलिवेटेड

भूमिगत स्टेशन में शामिल हैं:-

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1. चारबाग

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2. गौतम बुद्ध मार्ग (लाटूश रोड)

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3. अमीनाबाद

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4. पांडेयगंज

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5. सिटी स्टेशन

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6. मेडिकल कॉलेज चौराहा

7. चौक

एलिवेटेड स्टेशन में शामिल हैं:-

1. ठाकुरगंज

2. बालागंज

3. सरफराजगंज

4. मूसाबाग

5. बसंतकुंज

चारबाग बनेगा इंटरचेंज हब

चारबाग स्टेशन को इंटरचेंज स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां से यात्री एक रूट से दूसरे रूट पर आसानी से ट्रांजिट कर सकेंगे. राजधानी लखनऊ में मेट्रो सेवा का दूसरा फेज लखनऊ के पुराने और भीड़भाड़ वाले इलाकों के लिए राहत लेकर आएगा.

यह मेट्रो रूट शहर के अत्यधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों जैसे अमीनाबाद, चौक, ठाकुरगंज और बसंतकुंज को जोड़ने का काम करेगा. वर्तमान में बसंतकुंज जैसे इलाके में सीधी कनेक्टिविटी नहीं है. मेट्रो के शुरू होने से यहां के लोगों को काफी लाभ होगा और सफर भी तेज और सुगम बनेगा.

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