यूपी में इस ज़िले को मिलेगा बड़ा लाभ, बनेगा दूसरा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश सरकार अब उन्नाव जिले को एक्सप्रेसवे के साथ-साथ एक इंडस्ट्रियल कारीडोर के हब के रूप में निर्मित करने की योजना पर तेजी से काम कर रही है. इस परियोजना में सरायं कटियान गांव में पहले चरण का इंडस्ट्रियल कारीडोर 132 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जा रहा है.
पहले फेज से सटे इलाके में दूसरा चरण यानी फेज-2 भी शुरू किया जाएगा. इसके लिए 316 हेक्टेयर जमीन को चिह्नित कर लिया गया है. सोमवार को प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज सिंह ने खुद इस क्षेत्र का स्थलीय जांच किया और मौके पर ही प्रस्ताव पास कर दिया.
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को आदेश दिया कि सभी विकास कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे किए जाएं. निरीक्षण के दौरान उन्होंने बिजली, पानी, सड़क और ड्रेनेज जैसी जरूरी व्यवस्थाओं का बारीकी से जांच किया और संबंधित विभागों से पूरी रिपोर्ट मंगवाई.
सरायं कटियान में फेज-1 का विकास कार्य लगभग शुरू हो चुका है. यहां गंगा एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे से जोड़ने के लिए संपर्क रूट बनाए जा रहे हैं. बिजली की जरूरत को देखते हुए 1.02 हेक्टेयर जमीन पर 2 बिजली घर निर्मित किए जा रहे हैं. इसके साथ-साथ पानी और ड्रेनेज की व्यवस्था भी की जा रही है.
फेज-1 के विकास पर सरकार 186 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, वहीं यूपीडा द्वारा 20 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है. अब फेज-2 के लिए 316 हेक्टेयर क्षेत्र में इंडस्ट्रियल कारीडोर निर्मित किया जाएगा, जो फेज-1 से लगभग 2 गुना बड़ा होगा. इस पर लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है.
दो विदेशी कंपनियां करेंगी निवेश
सरायं कटियान इंडस्ट्रियल कारीडोर में दो बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने निवेश की शुरुआत कर दी है:-
- संयुक्त अरब अमीरात की कंपनी ‘एक्वा कल्चर’ यहां 4000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और मछली पालन यूनिट स्थापित करेगी. इससे क्षेत्र में लगभग 35,000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.
- पोलैंड की कंपनी ‘कैनपैक’ भी यहां 1500 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. यह कंपनी कोल्ड ड्रिंक और अन्य पेय पदार्थों के लिए एल्युमिनियम कैन बनाएगी. इससे भी लगभग 15,000 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.
वर्तमान में जिला प्रशासन ने ज़मीन प्रबंधन की जिम्मेदारी एसडीएम को सौंप दी है. भूमि अधिग्रहण, किसानों से बातचीत और अन्य ज़रूरी औपचारिकताओं को जल्द पूरा किया जाएगा जिससे फेज-2 का कार्य भी बिना देरी शुरू हो सके. यूपी के उन्नाव जिले का यह इंडस्ट्रियल कारीडोर भविष्य में पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास का महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा.