यूपी के इस जिले में कॉरिडोर का होगा विस्तार, लाखों लोगों को होगा फ़ायदा

उत्तर प्रदेश: यूपी में स्थित कानपुर में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है. राज्य सरकार और यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के विस्तार के दूसरे चरण में घाटमपुर तहसील के रामसारी गांव, घाटमपुर चीनी मिल और उसके आसपास की कुल 234 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित कर ली है. इस ज़मीन पर जल्द ही बुनियादी ढांचे जैसे सड़क और अन्य औद्योगिक सुविधाओं का निर्माण शुरू होगा.
इससे पहले पहले चरण में साढ़ क्षेत्र के गोपालपुर, दौलतपुर और मोहीपुर गांवों में 186 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की योजना थी, लेकिन किसानों की आपत्तियों के चलते यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी. किसानों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए शिकायतें भेजीं, जिसके बाद सरकार को योजना में संशोधन करना पड़ा और नए स्थानों का चयन किया गया. 17 अप्रैल 2025 को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में हुई एक समग्र विकास समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई कि घाटमपुर क्षेत्र की घाटमपुर चीनी मिल के अधीन 83.89 हेक्टेयर भूमि चिन्हित हुई है. इसके साथ ही रामसारी गांव की 127.62 हेक्टेयर निजी भूमि और 22.87 हेक्टेयर सरकारी भूमि भी इस परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई है. कुल मिलाकर अब तक दूसरे चरण के लिए 234 हेक्टेयर भूमि मौजूद हो चुकी है.

डिफेंस कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण में मार्च 2023 में भूमि अधिग्रहण हो चुका था. अदाणी समूह ने इस चरण में करीब 1500 करोड़ रुपये का निवेश कर 250 एकड़ क्षेत्र में अपनी पहली रक्षा उत्पादन इकाई शुरू कर दी है. इस यूनिट में हल्के लड़ाकू विमान, आधुनिक तोपें, एके-47, कार्बाइन, पिस्टल, ड्रोन, गोलियां-गोले और यूएवी जैसे उन्नत हथियारों का निर्माण हो रहा है. इसके अतिरिक्त अदाणी समूह द्वारा दो और यूनिट्स पर कार्य जारी है, जिसमें लगभग 3000 करोड़ रुपये और निवेश होगा.
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वर्तमान में इस परियोजना से करीब 25 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल रहा है, और आने वाले वर्षों में यह आंकड़ा एक लाख से डेढ़ लाख तक पहुंचने की उम्मीद है. यह पूरी भूमि साढ़-घाटमपुर रूट और कानपुर-सागर हाईवे के निकट होने के कारण परिवहन और मालवहन की दृष्टि से बेहद उपयुक्त मानी जा रही है. इस भूमि से न केवल कानपुर नोड को बल मिलेगा, बल्कि देश की रक्षा तैयारियों को भी मजबूती मिलेगी.
बुंदेलखंड में भी बढ़ रहा डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर

कानपुर के अलावा, बुंदेलखंड के चित्रकूट क्षेत्र में भी डिफेंस कॉरिडोर की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है. यहां ड्रोन मिसाइल, सैन्य वाहनों, विशेष हथियारों और टैंकों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. चित्रकूट में 6 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं. साथ ही झांसी में भी डिफेंस कारिडोर का निर्माण तीव्र गति से हो रहा है, जो आने वाले समय में भारत को आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा. किसानों, सरकार और कंपनियों के मध्य संतुलन बनाकर इस परियोजना को नई रफ्तार देने का प्रयास किया जा रहा है.