यूपी में इस रूट पर बनेगा पुल, जुलाई से कर पाएंगे आवागमन
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उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में गोमती नदी पर अलीगंज और प्यारेपुर को जोड़ने वाला नया पुल जल्द ही जनता को समर्पित किया जाएगा. इस पुल के निर्माण से क्षेत्रवासियों को यातायात में सुविधा होगी और जाम की समस्या में भी कमी आएगी.
यातायात में सुधार, आर्थिक विकास
अलीगंज.प्यारेपुर पुल का निर्माण क्षेत्रवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण विकासात्मक कदम है. यह पुल न केवल यातायात में सुधार लाएगा. बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी योगदान देगा. जल्द ही इस पुल का उद्घाटन किया जाएगा. जिससे लोगों को इसके लाभ मिल सकेंगे. शहर में जाम की समस्या से जूझ रहे नगरवासियों को जल्द राहत मिलेगी. कलीचाबाद के अलीगंज से प्यारेपुर के लिए निर्माणाधीन पुल जून तक पूरा हो जाएगा. शहरवासियों को जुलाई में इसकी सौगात मिलेगी. डीएम ने दो दिन पहले ही पुल का निरीक्षण किया था.
तय समय पर काम पूरा कराने का निर्देश दिया था. ताकि पुल चालू हो जाए और लोगों को आवागमन में सहूूलियत हो सके. सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. अब काम में देरी नहीं आएगी. इसमें पुल के बीच का हिस्सा तो संपर्क मार्ग का ही काम बाकी है. बचा काम जून तक पूरा कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मल्हनी उपचुनाव के दौरान एक जनसभा में अलीगंज के पास कलीचाबाद से प्यारेपुर तक गोमती नदी पर पुल निर्माण की घोषणा की थी. इसके लिए 29.93 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई थी. पुल का नामकरण पूर्व सांसद स्व. राजा यादवेंद्र दत्त दुबे के नाम पर किया गया है. निर्माण कार्य में कुछ समय की देरी के बाद अब यह परियोजना अंतिम चरण में है.
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पुल निर्माण की पृष्ठभूमि
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में गोमती नदी पर अलीगंज और प्यारेपुर को जोड़ने वाले पुल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. इस पुल के निर्माण से क्षेत्रवासियों को यातायात में सुविधा होगी और जाम की समस्या में भी कमी आएगी. अलीगंज.प्यारेपुर पुल का निर्माण क्षेत्रवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण विकासात्मक कदम है. यह पुल न केवल यातायात में सुधार लाएगा. बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी योगदान देगा. जल्द ही इस पुल का उद्घाटन किया जाएगा. जिससे लोगों को इसके लाभ मिल सकेंगे. इसकी कुल लागत करीब 29.93 करोड़ रुपये है.
इसमें पहुंच मार्ग और अतिरिक्त मार्ग का निर्माण भी शामिल है. अभी बीस फीसदी काम बाकी है। पुल का निर्माण जून 2025 तक पूरा किया जाना है. श्रमिकों की संख्या भी बढ़ाई गई है ताकि काम पूरा हो सके. पुल निर्माण के दौरान स्थानीय गांवों की जल निकासी व्यवस्था का भी ध्यान रखा जा रहा है. पुल बन जाने से लोगों का समय भी बचेगा और शहरवासियों को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा. लखनऊ से शाहगंज व आजमगढ़ जाने के लिए अधिकतर बड़े वाहन व चार पहिया वाहनों को शहर में प्रवेश कर वाजिदपुर तिराहे से होकर जाना पड़ता है. इससे वाहनों को एक-दो घंटे तक जाम से जूझना पड़ता है. इससे निजात के लिए प्रशासन की तरफ से प्रस्ताव भेजकर प्यारेपुर से अलीगंज के बीच गोमती नदी पर पुल स्वीकृत कराया गया था. नवंबर 2021 से बन रहे पुल की लंबाई 211.88 मीटर है.