बिहार को मिलेगी 2 और नई वंदे भारत?

बिहार: पूर्व रेलवे की आसनसोल में आयोजित मंडल संसदीय समिति की बैठक में वंदे भारत ट्रेनों के संचालन और रेलवे सेवाओं के विस्तार को लेकर कई अहम सुझाव और मांगें सामने आईं. बैठक में भागलपुर से कोलकाता, पटना, वाराणसी सहित अन्य मार्गों पर वंदे भारत ट्रेनें चलाने की पुरजोर मांग की गई.
पूर्व रेलवे ने आसनसोल में आयोजित मंडल संसदीय समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक में क्षेत्रीय रेल सेवाओं को सशक्त करने की दिशा में कई प्रस्ताव रखे गए. इस बैठक में क्षेत्र के कई रेलवे स्टेशनों और रेल रूटों को ध्यान में रखते हुए ट्रेन सेवाओं के विस्तार और सुधार की मांगों को प्रमुखता दी गई. सांसद अजय कुमार मंडल की ओर से दीपक खेतान ने भाग लेकर क्षेत्रीय जनहित से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाया. बैठक के दौरान भागलपुर से कोलकाता वाया पीरपैंती मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग सबसे ज़्यादा चर्चित रही. यह प्रस्ताव क्षेत्रीय व्यापारियों, विद्यार्थियों, मरीजों और आम यात्रियों की यात्रा को सरल और समयबद्ध बनाने की दृष्टि से रखा गया. इसी क्रम में भागलपुर-पटना और भागलपुर-वाराणसी के बीच भी वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत की मांग की गई. लोगों का मानना है कि यदि इन मार्गों पर आधुनिक और तेज़ गति वाली ट्रेनों की सुविधा मिलेगी तो इससे आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को नई रफ्तार मिलेगी.
ट्रेन ठहराव को लेकर भी मांगें हुईं विस्तृत:
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बैठक में कई छोटे-बड़े स्टेशनों पर महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव की भी मांग रखी गई. जिन स्टेशनों और ट्रेनों पर ठहराव की मांग की गई, वे निम्नलिखित हैं:
- 1. घोघा स्टेशन: फरक्का एक्सप्रेस (13413) और गया-हावड़ा एक्सप्रेस (13024)
- 2. कहलगांव स्टेशन: मालदा टाउन-नई दिल्ली साप्ताहिक एक्सप्रेस (13429/13430 और 14003/14004)
- 3. शिवनारायणपुर स्टेशन: भागलपुर-रांची वनांचल एक्सप्रेस (13404) और साहेबगंज-पटना इंटरसिटी (13235), फरक्का एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल
- 4. मुरारपुर स्टेशन: इंटरसिटी एक्सप्रेस
- 5. पीरपैंती स्टेशन: मालदा-पटना एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल, साप्ताहिक ट्रेनें
- 6. एकचारी स्टेशन: वनांचल और गया-हावड़ा एक्सप्रेस
- 7. सबौर स्टेशन: दानापुर-साहेबगंज इंटरसिटी एक्सप्रेस
- 8. लैलख स्टेशन: किसी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव सुनिश्चित करने की मांग
सार्वजनिक सुविधा को ध्यान में रखते हुए, अंग एक्सप्रेस को सप्ताह में केवल 2 दिन की बजाय ज्यादा दिनों तक संचालित करने का भी आग्रह किया गया है. यात्रियों ने यह भी साझा किया है कि सियालदह से वाराणसी और भागलपुर से साहेबगंज के बीच दो-दो जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें नियमित रूप से चलाई जाएं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को भी निर्बाध रेल संपर्क मिल सके.
समय-सारणी में बदलाव का सुझाव भी आया सामने:
बैठक में भागलपुर-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस की समय-सारणी में सुधार करने की भी मांग उठाई गई. वर्तमान में यह ट्रेन दोपहर 3:20 बजे चलती है, जिसे बदलकर सुबह 5:00 बजे करने का सुझाव दिया गया. ऐसा करने से व्यापारी वर्ग दिनभर कोलकाता में व्यापारिक गतिविधियाँ निपटाकर रात को ही वापस लौट सकते हैं. साथ ही इलाज के लिए जाने वाले मरीजों को भी यही सुविधा मिल सकती है. यह बदलाव कोलकाता से हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए भी वरदान साबित हो सकता है.
ट्रेन की वापसी का समय शाम 4 से 5 बजे के बीच निर्धारित करने का सुझाव भी दिया गया है, जिससे एक ही दिन में यात्रा कर लौटना संभव हो सके. बैठक की अध्यक्षता पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने की, जिसमें पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक, मालदा मंडल और आसनसोल मंडल के मंडल रेल प्रबंधकों सहित रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारी और अन्य सांसद भी मौजूद रहे. इस बैठक में स्थानीय मांगों और जनता की समस्याओं को सुनने के साथ-साथ उनके समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने का भरोसा भी दिलाया गया.