यूपी के इस जिले में फल और सब्ज़ी मंडी का होगा निर्माण

उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर जिले में तीसरी फल और सब्जी मंडी ताल नदोर में विकसित की जाएगी, जिससे महेवा मंडी की भीड़ और अव्यवस्था में कमी आएगी. प्रशासन ने मंडी समिति को 25 एकड़ भूमि मुफ्त में उपलब्ध कराने की स्वीकृति दे दी है, जिससे कारोबारियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.
गोरखपुर जिले में व्यापारिक गतिविधियों को सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. महेवा मंडी की अव्यवस्था और बढ़ते दबाव को देखते हुए अब जिले में तीसरी मंडी की नींव ताल नदोर में रखी जाएगी. यह नई मंडी विशेष रूप से फल और सब्जी के थोक व्यापार के लिए बनाई जाएगी, जिससे महेवा मंडी से इन 2 प्रमुख व्यापारिक वर्गों को स्थानांतरित किया जाएगा. इससे न केवल जाम की समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि व्यापारियों और किसानों दोनों को सुचारू व्यवस्था का लाभ मिलेगा. प्रशासन की ओर से मंडी समिति को ताल नदोर क्षेत्र में 25 एकड़ जमीन निःशुल्क प्रदान करने की मंजूरी दे दी गई है. मंडी समिति जल्द ही स्थल का निरीक्षण कर उच्चाधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी, ताकि निर्माण कार्य को जल्द शुरू किया जा सके.
महेवा मंडी की मौजूदा स्थिति और समस्याएं
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महेवा मंडी करीब 29 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है, जहां रोज़ाना लगभग 30 करोड़ रुपये का कारोबार होता है. सिर्फ गोरखपुर ही नहीं, बल्कि देवरिया, कुशीनगर, संत कबीरनगर जैसे आसपास के जिलों से भी व्यापारी यहां आते हैं. लेकिन एक ही परिसर में फल, सब्जी, मछली और गल्ला मंडी होने से अक्सर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. पार्किंग की दिक्कत, भीड़, जाम और साफ-सफाई की समस्या से व्यापारी लंबे समय से परेशान हैं. कई बार व्यापारियों ने प्रशासन से इस बाबत शिकायत की और अलग स्थान की मांग की थी.
नई व्यवस्था से होगा बड़ा लाभ
ताल नदोर में बनने वाली नई फल-सब्जी मंडी के बाद महेवा मंडी में केवल मछली और गल्ला व्यापार ही संचालित होगा. इससे महेवा में जगह की उपलब्धता बढ़ेगी और दोनों मंडियों में कामकाज ज्यादा व्यवस्थित होगा. नई मंडी में आने-जाने का मार्ग खुला और साफ होगा, जिससे किसानों को भी अपने उत्पाद बेचने में आसानी होगी. यह बदलाव न केवल व्यापार की गति को बढ़ाएगा बल्कि सभी पक्षों को सुविधा देगा.
व्यापारियों और अधिकारियों की राय
स्थानीय व्यापारी पवन जालान का कहना है कि एक ही परिसर में चार तरह की मंडियों के कारण महेवा मंडी में रोजाना अराजक स्थिति रहती थी. "अब जब फल और सब्जी व्यापार ताल नदोर शिफ्ट होगा तो महेवा की भीड़ कम होगी, और कामकाज ज्यादा बेहतर तरीके से हो पाएगा."
एक अन्य व्यापारी, अनूप किशोर अग्रवाल ने कहा, "तीसरी मंडी का बनना व्यापार जगत के लिए शुभ संकेत है. इससे न सिर्फ व्यवधान कम होगा, बल्कि कारोबार का दायरा भी बढ़ेगा. किसानों को भी अपने माल की बिक्री के लिए साफ-सुथरी जगह मिलेगी."
मंडी सचिव प्रवीन अवस्थी ने बताया, "ताल नदोर में जमीन चिन्हित कर ली गई है और सीआरओ के निर्देश पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी." गोरखपुर जिले की यह नई पहल न केवल व्यापारियों को राहत देगी, बल्कि किसानों और ग्राहकों के लिए भी एक सुव्यवस्थित और स्वच्छ माहौल तैयार करेगी.