यूपी के इस जिले में है कच्चे तेल का भंडार! काम में जुटी टीम
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उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में कच्चे तेल के संभावित भंडार की खोज को लेकर विभिन्न टीमें सक्रिय रूप से जांच में जुटी हुई हैं. इस संदर्भ में तेल और गैस के भंडार की संभावना का पता लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है. जिसे ऑपरेशन अन्वेषण नाम दिया गया है.
पीलीभीत में कच्चे तेल के भंडार की संभावनाएं
इस परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न जिलों में तेल और गैस की संभावनाओं का पता लगाने के लिए डी भूकंपीय सर्वेक्षण किया जा रहा है. इस सर्वेक्षण के दौरान जमीन में छोटे विस्फोटकों के माध्यम से तरंगों का निर्माण किया जाता है. इन तरंगों को सेंसर और विशेष सॉफ़्टवेयर की मदद से रिकॉर्ड किया जाता है. इस प्रक्रिया से प्राप्त डाटा का विश्लेषण करके जमीन के अंदर तेल और गैस भंडार की संभावनाओं का आकलन किया जाता है.
पीलीभीत के बरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव गाजीपुर कुंडा में कच्चे तेल के भंडार की संभावना जताई जा रही है. इसका पता लगाने के लिए कई राज्यों की टीमें सर्वे कर रही हैं. ये टीमें अलग-अलग स्थानों पर बोरिंग और अन्य वैज्ञानिक प्रक्रियाएं कर रही हैं. जमीन के अंदर कच्चा तेल होने की संभावना से ग्रामीणों में कौतूहल है. यदि इस खोज में सफलता मिलती है. तो यह न केवल पीलीभीत बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. इससे ऊर्जा की आपूर्ति में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे.
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संभावनाओं का नया द्वार, सरकार की रणनीति
पीलीभीत में कच्चे तेल के भंडार की संभावना की खोज एक महत्वपूर्ण कदम है. जो क्षेत्रीय विकास और ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. इस प्रक्रिया की सफलता से न केवल स्थानीय समुदायों को लाभ होगा. बल्कि यह पूरे देश की ऊर्जा नीति में भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है. कंपनी के पीआरओ अमित सिंह चौहान ने बताया कि जिले में अलग-अलग स्थानों पर सर्वे हो रहा है. एक दिन में 10 किमी आगे बढ़ जाता है. इस समय गाजीपुर कुंडा से आगे सर्वे हो रहा है. इसकी जानकारी से ग्रामीणों की उत्सुकता बढ़ गई है. ग्रामीण, सर्वे में जुटे कर्मचारियों से जानकारी भी जुटा रहे हैं.
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बताया जा रहा है कि कच्चे तेल का पता लगाने के लिए पश्चिम बंगाल, देहरादून सहित अन्य राज्य की टीमें यहां पहुंची हैं. ये टीमें यहां पर कई दिनों से सर्वे करने में जुटी हैं. 90 से 100 फीट की बोरिंग कर सर्वे किया जा रहा है. गांव की अलग-अलग दिशा में करीब पांच किलोमीटर के दायरे में टीमें सर्वे के लिए बोरवेल बनाकर जांच कर रही है. यह सर्वे ऑयल इंडिया की ओर से कराया जा रहा है. पीलीभीत जिला अब सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता और कृषि भूमि के लिए ही नहीं. बल्कि कच्चे तेल क्रूड ऑयल की संभावित खोज के लिए भी चर्चा में है. देश की ऊर्जा ज़रूरतों को देखते हुए यह एक बड़ा और संभावनाओं से भरा कदम माना जा रहा है. तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के निर्देशन में विशेषज्ञों की कई टीमें जिले के विभिन्न इलाकों में बोरिंग और भूकंपीय सर्वेक्षण कर रही हैं.