देश में अगले इतने दिनों तक होगी भारी बारिश, चलेंगी तेज हवायें

भारत के उत्तरी हिस्से के साथ कई हिस्सों में एक मई से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है. भारतीय मौसम विभाग ने आगामी दिनों में तेज बारिश, आंधी-तूफान और ओलावृष्टि को लेकर व्यापक चेतावनी जारी की है, जिससे भीषण गर्मी से राहत की उम्मीद है.
एक लंबे इंतज़ार के बाद उत्तर भारत सहित देश के अनेक क्षेत्रों में गर्मी से राहत मिलने के संकेत मिलने लगे हैं। मौसम विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मई के पहले सप्ताह में देशभर के कई राज्यों में मौसम का रुख पूरी तरह से करवट लेने वाला है. खासकर उत्तर, पूर्व, मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों में तेज बारिश, धूल भरी आंधी, बिजली गिरने और ओलावृष्टि के आसार बने हुए हैं. यह बदलाव 1 मई से शुरू होकर 5 मई तक जारी रहेगा और कुछ क्षेत्रों में इसके प्रभाव 7 दिनों तक देखने को मिल सकते हैं.
उत्तर भारत की बात करें तो जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक मई से लेकर पांच मई तक गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है. उत्तराखंड में विशेष रूप से एक और दो मई को ओले गिरने की चेतावनी दी गई है. इसी प्रकार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और राजस्थान के विभिन्न इलाकों में भी अगले कुछ दिनों तक गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाएं चलने का अनुमान है. इन क्षेत्रों में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की संभावना है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में मई को, जबकि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में एक और 2 मई को धूल भरी आंधी चलने के आसार हैं. पश्चिमी राजस्थान में 1 मई से 4 मई तक और पूर्वी राजस्थान में 1 से 3 मई के बीच मौसम बिगड़ सकता है.
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मध्य और पूर्वी भारत की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है. ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में तेज़ बारिश, तूफान और ओलों की चेतावनी जारी की गई है. 1 मई से लेकर 4 मई तक इन इलाकों में मौसम तेजी से बदलेगा. ओडिशा और झारखंड में जहां बिजली गिरने की आशंका है, वहीं छत्तीसगढ़ और विदर्भ में ओले पड़ सकते हैं. बिहार में 2 मई को भारी वर्षा की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है.
पिछले 24 घंटों में भी मौसम की सक्रियता देखी गई है। पूर्वी और मध्य भारत के हिस्सों में 60 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि और बारिश दर्ज की गई. खासकर ओडिशा में भारी बारिश ने गर्मी से राहत जरूर दी, लेकिन साथ ही जन-धन की क्षति का खतरा भी बढ़ा दिया.
दक्षिण भारत में भी मौसम अपनी करवट बदलने वाला है. कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पुडुचेरी जैसे राज्यों में अगले सात दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. इन राज्यों में तेज़ हवाएं चलने और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है. साथ ही, पूर्वोत्तर भारत में भी यही स्थिति बनी रहेगी. नागालैंड और मणिपुर जैसे राज्यों में 1 मई को ओले गिरने की संभावना हैं. इस पूरे मौसमीय घटनाक्रम को देखते हुए आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. किसानों के लिए यह मौसम मिश्रित परिणाम ला सकता है जहां एक ओर बारिश से फसल को फायदा हो सकता है, वहीं ओलावृष्टि नुकसानदायक सिद्ध हो सकती है. मौसम विभाग लगातार अपडेट दे रहा है, ऐसे में लोगों को सुझाव है कि वे किसी भी यात्रा या बाहरी गतिविधियों से पहले मौसम की ताजा जानकारी अवश्य ले लें.