यूपी के इस जिले से नेपाल तक शुरू होगी UPSRTC की स्लीपर बस सेवा, काठमाण्डु जाने में होगी आसानी
रोडवेज के करीब सभी एसी बसें बड़ी होंगी जिनमें 52 से अधिक सीटें होती हैं.
प्रयागराज में जनवरी में महाकुंभ का आयोजन होगा। जिले से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालु़ओं व स्नानार्थियों को यात्रा के दौरान कोई दिक्कत न हो। इसके लिए चालकों-परिचालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। इन सभी बसों में पहली बार व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग सिस्टम भी लगाया गया है।
गोरखपुर रीजन में महाकुंभ से पहले पर्याप्त बसें उतारी जाएंगी. श्रद्धालुओं के अलावा पर्यटकों व लोकल लोगों के लिए यात्रा को सुगम बनाई जाएगी. नेपाल के लिए भी यात्रा अच्छी करने की कोशिश है। प्रशिक्षण में उन्हें यात्रा के दौरान यात्री से बेहतर व समुचित व्यवहार करने को कहा गया है। महाकुंभ के अवसर पर नई बसें परिवहन निगम की ओर से आवंटित की गई हैं। इनमें चार बसों को लेने के लिए यहां के कर्मचारी रवाना हो चुके हैं। आगामी दिनों में चार और बसें मिलेंगी। जो नई बसें मिल रही हैं। महाकुंभ के पहले उनका संचालन लोकल रुटों सहित उन रुटों पर किया जाएगाए जहां बसों की समस्या है। महाकुंभ के बाद नई बसों का संचालन लंबी दूरी के रूट पर किया जाने लगेगा साथ ही लोकल रूट पर भी इनकों चलाया जाएगा.
जिससे कि आम दिनों भी यातायात को सूचारू रखा जा सके। महाकुंभ में कुल 2300 और मकर संक्रांति में 450 मेला स्पेशल बसों को संचालित किए जानें की तैयारी है जिससे कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पडे़। क्षेत्रीय प्रबंधक की मानें तो मुख्यालय से पर्याप्त बसों की मांग की गई है जिनमें छोटी एसी और साधारण बसें भी हैं. नई बसों की खेप उतारी जा रही है और इन सभी को महाकुंभ के दौरान संचालित की जाएगी। गोरखपुर में जनरथ बस तैयार कर ली गई है जिसको मुख्यालय लखनऊ ने परमिट भी दी है. वैसे तकनीकी खामियों के कारण बस सेवा शुरू नहीं की जा सकी. हालांकि अब परिवहन निगम ने फिर से बस सेवा की प्रक्रिया आरंभ कर चुकी है.
काठमांडू तक लग्जरी बस से कर सकेंगे सफर
गोरखपुर से नेपाल जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही वे गोरखपुर से सीधे नेपाल की यात्रा कर सकेंगे। गोरखपुर से नेपाल जाने के लिए रास्ता और सुगम होने वाला है. दरअसल, गोरखपुर से सीधे नेपाल की यात्रा पर निकला जा सकेगा. परिवहन निगम जनवरी 2025 में महाकुंभ के साथ ही मकर संक्रांति से पहले गोरखपुर-काठमांडू के बीच बस सेवा शुरू करने की तैयारी में लगी थी। परिवहन निगम जनवरी 2025 में प्रयागराज के संगम तट पर मकर संक्रांति से पहले महाकुंभ के साथ गोरखपुर-काठमांडू के बीच बस सेवा शुरू करने की तैयारी में है। इस सेवा के लिए गोरखपुर रीजन ऑफिस ने हेड क्वार्टर से लगभग 160 बसों की डिमांड की है। जिसमें 40.सीटर 2/2/3 बस, 30 एसी स्लीपर, वोल्वो बसें, और 30 छोटी नॉर्मल बसें शामिल हैं।
इन बसों के मिलने के बाद यात्रियों की यात्रा अधिक आरामदायक हो जाएगी। परिवहन निगम ने महाकुंभ के साथ गोरखपुर से काठमाण्डु के बीच व गांव वाले इलाके में पर्याप्त उपलब्धता के साथ बसों के संचालन की तैयारी को लेकर अपनी योजना बना चुकी है। पिछले साल भी यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के साथ ही नेपाल ट्रांसपोर्ट के बीच गोरखपुर से काठमांडू तक बसों का संचालन शुरू करने की सहमति बनाई गई थी। रोडवेज के करीब सभी एसी बसें बड़ी होंगी जिनमें 52 से अधिक सीटें होती हैं.
नेपाल के पहाड़ी रास्तों पर इनके संचालन में जोखिम भरा है, ऐसे में नई छोटी बसों के मिलने से काठमांडू के रास्ते आसानी से कट जाएंगे।. इसके तहत 200 से ज्यादा बसों की मांग उठाई गई है जिसमें वातानुकूलित सीटर टू बाई टू. एसी स्लीपर के साथ ही छोटी साधारण बसों की मांग भी शामिल है. 10 जनवरी तक इन बसों को गोरखपुर परिक्षेत्र को दे दी जाएगी. ये उतारी जाने वाली नई बसें कुंभ मेला में चलाई जाएंगी. कुछ बसें मकर संक्रांति के मेले के लिए उतारी जाएंगी. ध्यान दें कि महाकुंभ के बाद लोकल रूटों के साथ ही काठमांडू के लिए भी बस मुहैया कराई जाएंगी. इस तरह गोरखपुर परिक्षेत्र में कुल बसों की संख्या 850 रहने वाली है।