UP OTS Yojana से सरकार को मिला करोड़ों का राजस्व, पहला चरण हुआ सफल, जानें कैसे उठाएं इस योजना का लाभ
25.64 लाख उपभोक्ताओं ने बिल का कभी भुगतान ही नहीं किया है
ओटीएस योजना के तहत भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को पहले आओ ज्यादा राहत पाओ के आधार पर 90ः लाभ मिलेगा। एक दिसंबर से पहले पंजीकरण कराना होगा। वन टाइम सेटलमेंट ;ओटीएस योजना के तहत भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को पहले आओ ज्यादा राहत पाओ के आधार पर लाभ मिलेगा।
लोन लेने के बाद अगर उधारकर्ता लोन चुका पाने में असमर्थ हो तो उसके पास वन टाइम सेटलमेंट का विकल्प होता है। लेकिन इसके लिए उसे बैंक को वाजिब वजह बताकर अनुरोध करना होगा। अगर बैंक उसकी वजह को लेकर आश्वस्त है तो बैंक की ओर से ओटीएस का प्रस्ताव दिया जा सकता है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ओटीएस में पंजीकरण कराने में भले ही प्रदेश में आगे है लेकिन यही पर सबसे अधिक बकाएदार भी हैं। स्थिति यह है कि पूर्वांचल डिस्काम में सबसे ज्यादा 68.23 लाख बकाएदार हैं, जिसमें से मात्र 6.15 लाख उपभोक्ताओं ने ही के लिए पंजीयन कराया है। पूर्वांचल डिस्काम से 21 जिले जुड़े हैं, जिसमें वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, आजमगढ़, मीरजापुर, बस्ती आदि बड़े शहर भी शामिल हैं। डिस्काम में सबसे अधिक बकाएदार हैं। समय से वसूली नहीं कर पाने व बिजली चोरी नहीं रोक पाने के कारण ही विभाग घाटे में चल रहा है।
विद्युत अफसरों के लाख प्रयासों के बाद भी बिजली चोरी नहीं रुक पा रही है। शहरी क्षेत्र व कस्बों में धड़ल्ले से खुले तारों में कटिया डालकर बिजली चोरी की जा रही है। कटिया धारक बिजली विभाग को राजस्व का तगड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मजे की बात यह है कि विद्युत अधिकारी लगातार कटियाधारकों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं लेकिन नतीजा सिफर है। इसका खामियाजा अधिकृत उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। शहर में दर्जनों ऐसे मोहल्ले हैं जहां कटिया से घर रोशन हो रहे हैं। नगर सहित अन्य मोहल्लों में खुले तारों में कटिया का संजाल आसानी से देखा जा सकता है। बाकायदा मुख्य सड़क से निकलने पर ऊपरी से गुजरे तारों पर भारी संख्या में कटिया दिख जाती है। विद्युत अधिकारियों की आंख में धूल झोंकने के लिए कटियाधारक दिन में तार खींच लेते हैं। अंधेरा होते ही फिर तारों पर कटिया नजर आने लगती हैं। मजे की बात यह है कि विद्युत विभाग के अधिकारी दिन और रात में चेकिंग अभियान चलाते हैं लेकिन कटियाधारक उनकी पकड़ में नहीं आते हैं।
यूपी में ओटीएस योजना करोड़ो से ज्यादा का राजस्व हासिल
इसी प्रकार वाराणसी प्रथम जोन के मुख्य अभियंता (वितरण) संदीप बंसल ने बताया कि जिले में लगभग 53600 उभोक्ताओं का ओटीएस के लिए पंजीकरण किया गया है। इन्होंने लगभग 44 करोड़ रुपये जमा किया है, जबकि जिले में लगभग 500 करोड़ रुपये बकाया है। बताया कि सभी से बकाया वसूली तेजी करने का निर्देश दिया गया है। पूर्वांचल डिस्काम में निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) रविंद्र कुमार जैन ने बताया कि सभी अधिकारियों को सभी बकाएदारों को ओटीएस में शामिल कर शतप्रतिशत राजस्व करने का निर्देश दिया गया है। बताया कि पूर्वांचल में 68.23 लाख बकाएदारों में से मात्र 6.15 लाख का ही पंजीयन, 582 करोड़ रुपये जमा कराया गया है।
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 25.64 लाख उपभोक्ताओं ने बिल का कभी भुगतान ही नहीं किया है। वहीं बिजली चोरी अलग ही लापरवाही है। स्थानीय स्तर पर कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभगत से बिजली चोरी धड़ल्ले से जारी है। फ्री में बिजली देने व बिजली चोरी का बोझ ईमानदार उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है। नोएडा में बेहतर बिल भुगतान होने पर कंपनी उपभोक्ताओं को लगभग 10 प्रतिशत का लाभ भी मुहैया करा रही है। यही नहीं पूर्वांचल में सबसे अधिक 25.64 लाख नेवर पेड उपभोक्ता हैं जिन्होंने कभी बिल का भुगतान ही नहीं किया। विभाग इसमें से मात्र 73 हजार से ही वसूली कर पाया है। इस खराब प्रदर्शन पर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने कड़ी चेतावनी जारी की है।
चेताया है कि एक सप्ताह के अंदर नेवर पेड उपभोक्ताओं से शत प्रतिशत वसूली होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को सरचार्ज में छूट देने के लिए शुरू की गयी एकमुश्त समाधान योजना ;ओटीएस का पहला चरण बेहद सफल साबित हुआ है। 27 नवंबर 2023 की शाम 7.30 बजे तक योजना के प्रथम चरण में अब तक 12.28 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया हैण् वहीं एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हो चुका है।ं इतनी बड़ी धनराशि मिलने के बाद बिजली महकमे के अफसर भी उत्साहित हैं। 8 नवंबर से शुरू हुई योजना का प्रथम चरण 30 नवम्बर तक निर्धारित हैं। इस तरह सरचार्ज में 100 प्रतिशत की छूट पाने के लिए अंतिम दो दिन बाकी हैं। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने योजना के तहत अत्यधिक लाभ लेने के लिए विद्युत उपभोक्ताओं से योजना के प्रथम चरण में ज्यादा से ज्यादा पंजीकरण कराने की अपील की है।