यूपी में इस साल मिलेगी मेट्रो, रिंग रोड,Expressway की सौगात, बदल जाएगी शहर की सूरत
आने वाले 31 मार्च को उत्तरी बाइपास का निर्माण कार्य समाप्त हो जाएगा
नया साल शहरवासियों के लिए नई उम्मीदों और अवसरों का संचार करेगा, जिससे उनकी दिनचर्या में सुगमता आएगी। इस वर्ष, शहर में कई महत्वाकांक्षी परियोजनाएं पूरी होने की दिशा में अग्रसर हैं, जो नागरिकों को ट्रैफिक जाम की समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक होंगी। इसके अलावा, इस साल विभिन्न नई योजनाओं पर काम शुरू करने की तैयारी भी है, जो विकास की गति को और तेज करेंगी। इन परियोजनाओं में बेहतर सड़कें, सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं और यातायात प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं, जो शहर की आवागमन को सुचारू बनाएंगी।
31 मई को इनर रिंग रोड के तीसरे चरण का निर्माण पूरा हो जाएगा, जिससे लखनऊ से ग्वालियर की दिशा में जाने वाले वाहन बिना शहर में प्रवेश किए यात्रा कर सकेंगे। इसके अलावा, 31 जुलाई को खंदारी रैंप से बिजलीघर चौराहे तक लगभग 4.5 किलोमीटर लंबा भूमिगत मेट्रो ट्रैक चालू किया जाएगा। इस नए ट्रैक के शुरू होने से खंदारी से टीडीआइ माल फतेहाबाद तक पहुंचने में केवल 22 मिनट का समय लगेगा, जबकि वर्तमान में यह यात्रा 35 मिनट में पूरी होती है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने आगरा खंड में उत्तरी बाइपास को निर्मित कराने का कार्य डेढ़ साल पहले शुरू किया था, जिसमें 383 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। यह बाइपास नेशनल हाईवे-19 पर रैपुरा जाट से मिडावली हाथरस तक विस्तारित होगा और इसे यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा।
इस बाइपास के निर्माण से हाथरस और अलीगढ़ की दिशा में यात्रा करने वाले वाहन चालकों को सुविधा मिलेगी। यह 6 लेन का बाइपास 31 मार्च तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा, जिससे यातायात की भीड़भाड़ में कमी आने की उम्मीद है।
यमुना एक्सप्रेसवे को ग्वालियर रोड से जोड़ने के लिए इनर रिंग रोड का निर्माण 3 चरणों में किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत पहले 2 चरण सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं। अब, तीसरे चरण का काम जो 8 किलोमीटर लंबा है, 31 मई तक पूरा होने की उम्मीद है। इस नए रिंग रोड के निर्माण से देवरी रोड पर वाहनों की भीड़भाड़ में कमी आएगी, जिससे यात्रियों को यात्रा करने में आसानी होगी।
एनएचएआइ आगरा खंड के परियोजना निदेशक संजय वर्मा ने बताया कि "किसानों के विरोध के कारण तीसरे चरण के काम में 2 महीने की देरी हो गई है। इस स्थिति से स्थानीय प्रशासन और एनएचएआइ दोनों को चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही सभी समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा और परियोजना समय पर पूरी हो सकेगी।"
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन की टीम ने खंदारी रैंप से लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज मैदान तक की टनल निर्माण का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस परियोजना के तहत अब ट्रैक बिछाने का कार्य प्रारंभ होने वाला है, जिसे जुलाई माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस विकास के साथ ही, 31 जुलाई से टीडीआई माल फतेहाबाद से खंदारी रैंप तक मेट्रो सेवा का संचालन शुरू होने की संभावना है।
संयुक्त महाप्रबंधक, जनसंपर्क पंचानन मिश्र ने जानकारी दी है कि "यहां पर चल रहे कार्य के सफल समापन के पश्चात मेट्रो की संख्या को बढ़ाकर 15 कर दिया जाएगा। इसके अलावा, मेट्रो सेवाओं के बीच का अंतराल भी कम करके 3 से 5 मिनट कर दिया जाएगा, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी।" उन्होंने यह भी बताया कि "मेट्रो का संचालन पिछले 6 मार्च को प्रारंभ हुआ था, और तब से अब तक लगभग 15 लाख यात्री इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं।"
एनएचएआई की आगरा शाखा ने घोषणा की है कि मार्च महीने से खंदौली से अलीगढ़ तक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यह प्रस्तावित एक्सप्रेसवे 3500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा और इसे पूरा होने में लगभग 2 साल का समय लगेगा। 4 लेन वाले इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से खंदौली और अलीगढ़ के बीच की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा, जिससे यह दूरी केवल एक घंटे में तय की जा सकेगी। अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना के लिए अब तक 23 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।
एनएचएआई द्वारा ग्वालियर खंड में 4200 करोड़ रुपये की लागत से ग्वालियर एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे 88 किलोमीटर लंबा होगा, जो आगरा से ग्वालियर तक की यात्रा को महज डेढ़ घंटे में पूरा करने की सुविधा प्रदान करेगा। फिलहाल, इसकी टेंडर प्रक्रिया जारी है।
यह एक्सप्रेसवे 3 प्रमुख तहसीलों, सदर, खेरागढ़ और फतेहाबाद से होकर गुजरेगा, जिससे क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा। इसके निर्माण के लिए लगभग 450 किसानों की 165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, जिससे स्थानीय किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
रेलवे विभाग ने 116 करोड़ रुपये की लागत से रुई की मंडी रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी है। यह ओवर ब्रिज रुई की मंडी, नगला छऊआ और बारहखंभा रेलवे फाटक को जोड़ने का कार्य करेगा। इस परियोजना के पूरा होने से शाहगंज क्षेत्र में जाम की समस्या का समाधान होगा, जो लंबे समय से स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी। निर्माण कार्य को पूरा करने में लगभग 2 साल का समय लगेगा।