UPSRTC महाकुंभ 2025 को लेकर तैयार, इन रूटों पर चलेंगी 7 हजार सरकारी बस
रोडवेज का तकनीक के साथ कदमताल अनवरत जारी है कई सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं।
प्रयागराज आने वाले पर्यटकों को प्रदेश की योगी सरकार ने एक और बड़ी सौगात देने का संकेत दिया है। 14 जनवरी से महाकुंभ का आगाज होगा। प्रयागराज में स्नान करने के बाड बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पधारेगे। यहां भी बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी। प्रयागराज में भी डिमांड के अनुसार बसें लगाई जाएंगी।
उत्तर प्रदेश परिवहन में हजार नई बसों का बेड़ा
उन्होंने बताया कि पहले चरण में निगम को 100 इलेक्ट्रिक बसें मिल रही हैं, इनमें लखनऊ को 24 और गाजियाबाद व आगरा को 38-38 बसें आवंटित किया गया है. महाकुंभ के बाद इन बसों का संचालन लखनऊ से प्रयागराज के बीच होगा, जबकि अन्य क्षेत्रों को आवंटित बसें संबंधित स्वीकृत मार्गों पर चलेंगी. लखनऊ व प्रयागराज के बीच चार्जिंग स्टेशन तैयार करने के प्रयास जारी हैं। इस बारे में निगम के जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि, पांच इलेक्ट्रिक बसें पांच जनवरी को प्रयागराज महाकुंभ पहुंच जाएंगी, जबकि 26 जनवरी से लगभग 40 इलेक्ट्रिक बसों का महाकुंभ क्षेत्र में ही आवागमन शुरू होगा, इसके लिए मेला क्षेत्र व प्रयागराज में चार्जिंग स्टेशन आदि प्रबंध कर लिये गए है। निगम ने बसों के किराये में बढ़ोतरी नहीं किया, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष पर जनरथ व शताब्दी बसों का किराया 20 प्रतिशत तक घटाया है। प्रदेश में पहली बार परिवहन निगम का बस बेड़ा 20 हजार के पार करने की तैयारियां तेज हैं। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में 2025 में बदलावों की तेजी से बुनियाद पड़ी है, आने वाले वर्षों में निगम नये रंग.ढंग से बसों का संचालन कराएगा। गांवों में बसें चलाने के लिए 1509 नये मार्ग तलाशे गए, निगम व परिवहन विभाग के अफसरों ने मिलकर ऐसे गांवों का चयन किया जो अब तक बसों की सेवा से दूर रहे हैं।
अत्याधुनिक बस स्टेशन लेंगे आकार
बस के संचालन में किसी भी प्रकार के बदलाव तेजी से ब्रेक लगानाए स्टेशन पर न रोकना व डिवाइस से छेड़छाड़ तक जांचा जा रहा है। इससे क्षेत्रीय प्रबंधक यह भी नहीं कह सकते कि इतनी बसें चल रही हैँ। एक.एक बस विभिन्न मार्ग पर दिखती है। जानकारी के मुताबिक, स्विच मोबिलिटी कंपनी निगम के लिए इलेक्ट्रिक बसें मुहैया करा रही है. 44 सीटों वाली यह इलेक्ट्रिक बसें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी और एक बार चार्ज होने पर 280 किलोमीटर तक चल सकेंगी, निगम इन्हें एक बार में 250 किलोमीटर तक चलाएगा, ताकि मार्ग में रुकने पर भी बसें गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें, अत्याधुनिक एक बस की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये है।
इस संबंध में हासिल जानकारी के मुतााबिक, महाकुंभ क्षेत्र में ही 40 बसें भ्रमण करेंगी, मेले के बाद बसों का संचालन प्रयागराज से लखनऊ के बीच किया जाना सुनिश्चित किया गया है. इसके अलावा बसों की चार्जिंग सहित अन्य प्रबंध मेला क्षेत्र में पूरे किए जा चुके हैं. परिवहन निगम में इस समय 12, 500 बस शामिल हैं, इनमें अधिकांश निगम की और करीब 3,000 बसें कॉनट्रैक्ट पर हैं. अब बड़ा बदलाव होने जा रहा है,अब इनमें इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जा रहा है. स्विच मोबिलिटी कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस लखनऊ में कमता से एयरपोर्ट तक चल रही है। परिवहन निगम इसी वर्ष अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या के लिए बसों का विशेष संचालन कर चुका है। मंत्री व विधायकों को भी रोडवेज की बसों से अयोध्या भेजा गया थां बसों में रामधुन बजाने का प्रबंध किया गया। अब पहली बार महाकुंभ के लिए 7000 बसें चलाई जाएंगी। इतनी बसें पहले कुंभ के लिए कभी नहीं चली। इनमें 3000 बसें बिल्कुल नई होंगी। सभी बसों को भगवा रंग में रंगा गया है। बसों व बस स्टेशन पर धार्मिक संगीत बजाने का भी आदेश हुआ है।