गोरखपुर से लखनऊ के लिए इस महीने शुरू होगा लिंक Expressway, साढ़े तीन घंटे में पहुचेंगे लखनऊ
यह एक्सप्रेस वे गोरखपुर से आजमगढ़ के बीच चार जिलों से गुजरता है।
नए साल में उत्तर प्रदेश को नए एक्सप्रेस.वे की सौगात
कभी हर क्षेत्र में उपेक्षा का शिकार रहा गोरखपुर अब विकास के पथ पर सरपट दौड़ रहा है। वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद शुरू हुआ यह सिलसिला लगातार जारी है। वर्ष 2022 के आठ महीनों में ही इस जिले को संवारने के लिए चार हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात मिली है। इन परियोजनाओं से महानगर में यातायात और सीवरेज के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री के हाथों शिलान्यास होने के बाद इनके निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। यूपी को इसी महीने एक और एक्सप्रेस वे की सौगात मिलने जा रही है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर जनवरी महीने में गाड़ियां फर्राटा भरने लगेंगी। एनएच-27 पर गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होने वाला यह लिंक एक्सप्रेस-वे आजमगढ़ सालारपुर के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में मिल जाता है। इससे गोरखपुर से लखनऊ की यात्रा सिर्फ साढ़े तीन घंटे में पूरी हो जाएगी। लखनऊ और दिल्ली जाना भी आसान हो जाएगा। इसके शुरू होने से सबसे बड़ी सहूलियत पर्वों के दौरान मिलेगी जब अयोध्या फोरलेन पर डायवर्जन लागू कर दिया जाता है।
मोदी के तीसरे कार्यकाल में भारत बनेगा तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था
मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बदल चुका है। सुरक्षित और समृद्ध हुआ भारत, दुनिया का सिरमौर बनने की ओर अग्रसर हो चुका है। दस वर्ष में यह विश्व की ग्यारहवीं से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। अब मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का मतलब देश में हर व्यक्ति की आय कई गुना बढ़ जाएगी। तब जन कल्याण की हर योजना संतृप्तिकरण के शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण का काम अत्यंत दुरूह था। कारण, गोरखपुर जिले में जितनी भी दूरी इस एक्सप्रेसवे के दायरे में आती है, वह लो लैंड वाला है। यहां सामान्य सड़क भी हर साल क्षतिग्रस्त हो जाती थी। ऐसे में एक्सप्रेसवे के लिए मिट्टी भराई करना चुनौतीपूर्ण काम था। पर, सीएम योगी के निर्देश पर प्रशासन के अफसरों ने इस चुनौती को भी सफलतापूर्वक निपटा दिया है। अब जबकि एक्सप्रेसवे लगभग बनकर तैयार है और काफी वाहनों का आवगमन भी होने लगा है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे लोगों को तेज से संपर्क और बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करेगा। साथ ही साथ संबंधित क्षेत्र के जनमानस को भी एक दूसरे के और पास लाने में मदद करेगा। यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) की ऑफिशियल वेबसाइट पर 23 दिसंबर तक अद्यतन जानकारी के अनुसार के अनुसार गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का 98 फीसद निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मेन कैरिजवे में क्लियरिंग एंड ग्रबिंग का काम 100 फीसद, मिट्टी का काम 100 फीसद पूरा कराया गया है। एक्सप्रेसवे पर कुल प्रस्तावित 343 संरचनाओं में से 337 बन चुके हैं। अन्य के निर्माण का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने पर लगातार काम कर रही योगी सरकार नए साल में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर आवागमन की पूर्ण सुविधा के साथ इसका औपचारिक लोकार्पण भी करने की तैयारी में है। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिए लखनऊ, आगरा और दिल्ली तक त्वरित और सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर बाईपास एनएच- 27 ग्राम जैतपुर के पास से प्रारंभ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जनपद आजमगढ़ के सालारपुर में खत्म हो रहा है। 91.35 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत 7283.28 करोड़ रुपये (भूमि अधिग्रहण पर व्यय समेत) है। इससे गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ सीधे तौर पर लाभान्वित हुए हैं।