यूपी के इस एयरपोर्ट के जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों को मिलेंगे 10 हजार करोड़ रुपए , 40 हजार लोगों की लिस्ट तैयार
जेवर एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को चार चरणों में पूरा किया जाने वाला है
जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में किसानों की सूची अब तैयार हो चुकी है। इन दोनों चरणों में लगभग 40,000 किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस भूमि अधिग्रहण के लिए 14 गांवों की जमीन का चुनाव किया गया है। किसानों को मुआवजे के रूप में कुल 10,000 करोड़ रुपये दिए जाने की योजना बनाई गई है, जिससे प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता मिल सकेगी।
जेवर एयरपोर्ट का निर्माण उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया जा रहा है। जब यह परियोजना पूरी होगी, तो यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा। इस एयरपोर्ट की तुलना शिकागो के ओहारे एयरपोर्ट (जिसमें 8 रनवे हैं) और डलास के फोर्ट वर्थ एयरपोर्ट (जिसमें 7 रनवे हैं) से की जा सकती है। इसे कार्गो और वाणिज्यिक उड़ानों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में निर्मित किया जा रहा है, जिससे यह क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन 25 नवंबर 2021 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। यह एयरपोर्ट न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे भारत के लिए उड्डयन क्षेत्र में एक नई पहचान स्थापित करेगा। इस एयरपोर्ट के निर्माण से क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की वायु यात्रा को एक नई दिशा देगा। इस परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट तक 31 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड कॉरिडोर है। यह कॉरिडोर यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे यात्रा करना और भी सुगम हो जाएगा।