यूपी में इस जगह 69 करोड़ रुपए से रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने का काम शुरू
सीएम सिटी में लगने वाले जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए विशेष योजना तैयार की गई है
गोरखपुर के लोगों के लिए खुशखबरी हैं। आरओबी के शुरू होने से जाम की समस्या से राहत मिलेगी। इस मार्ग पर बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज आरओबी का निर्माण तेजी से हो रहा है। रेलवे का दावा है कि शेष काम जल्द पूरा करने के साथ स्थानीय लोगों को आरओबी समर्पित कर दिया जाएगा।
योगी सरकार की नजर, जाम से निजात पर जोर
सीएम सिटी में लगने वाले जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए विशेष योजना तैयार की गई है। लोगों के ट्रैफिक को बेहतर बनाने के लिए सेतुओं के निर्माण की प्रक्रिया को तेज किया गया है। वहीं, ओवरब्रिज निर्माण को लेकर अपडेट आया है। जल्द योजना पूरा कराने का दावा किया गया है। गोरखपुर कैंट रेलवे स्टेशन तक जाने के लिए सेकेंड एंट्री के रास्ते को भी रक्षा मंत्रालय की ओर से हरी झंडी मिल चुकी है। रक्षा मंत्रालय ने कैंट स्टेशन पर सेकेंड इंट्री के लिए सेना की 7790 वर्ग मीटर भूमि नियम और शर्तों के अनुसार उपलब्ध भी करा दिया है। सेकेंड इंट्री बन जाने से कैंट स्टेशन पर लोगों का आवागमन आसान हो जाएगा। यहां रहने वाले लोगों को जल्द जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी। आवागमन सुगम बनाने की मंशा से बड़ी संख्या में सेतुओं व रेलवे ओवरब्रिजओं का निर्माण करवाया जा रहा है। इनके निर्माण में तेजी शुरू हो गई है। जिले में यूपी राज्य सेतु निगम लिमिटेड के इंजीनियरों को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। रेलवे क्रासिंग से दस से ज्यादा स्कूलों की बसें बच्चों को लेकर जाती हैं। ये बसों रेलवे क्रासिंग का फाटक गिरने के चलते अक्सर जाम में फंस जाती हैं। इसमें एयर फोर्स हॉस्पिटल, केंद्रीय विद्यालय, नीना थापा इंटर कॉलेज, एयर फोर्स स्कूल, आर्मी पब्लिक स्कूल, सेंट स्टीफेंस लिटिल कान्वेंट स्कूल, जानकी मॉडर्न स्कूल, जेसी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में शहर से बच्चे पढ़ने आते हैं। इसके अलावा सैनिक विहार कॉलोनी, पवन विहार कॉलोनी, एयरफोर्स कॉलोनी, विष्णु विहार कॉलोनी, टीचर्स कॉलोनी, कोड़इया, गायत्री नगर, राहुल नगर, सिंहासनपुर, लालगंज, झरना टोला, मोहनपुर, उचवां, झरना टोला, नाथनगर और बिछिया के लोग भी उक्त रास्ते से आते-जाते हैं। स्टेशन पर सुविधाओं का विस्तार करने के लिए प्लेटफार्मए सिग्नल सिस्टमए यात्री प्रतीक्षालय और टिकट काउंटर का निर्माण कराया गया अगला लेख दो नए प्लेटफार्म के अलावा दो फुट ओवरब्रिज भी बनाए गए हैं। सुविधाएं बढ़ने से यात्रियों के लिए भी यहां से आवागमन आसान होगा।रेल ओवरब्रिज के निर्माण पर आया ये बड़ा अपडेट
गोरखपुर कैंट स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन बनाने का काम पूरा होने के साथ ही यहां से ट्रेनों को चलाने की औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। इसके बाद सब कुछ सामान्य रहने पर कुछ अन्य ट्रेनें भी यहां से चलाई जाएंगी। कैंट स्टेशन से ट्रेनों के चलने पर गोरखपुर जंक्शन पर लोड कम हो जाएगा। प्लेटफॉर्म खाली रहेंगे और ट्रेनों को आसपास के स्टेशनों पर खड़ा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इतनी संख्या में ट्रेनों के होने से गोरखपुर जंक्शन के सभी प्लेटफार्म हमेशा पैक रहते हैं। बढ़ते लोड़ को देखते हुए रेल प्रशासन ने कैंट स्टेशन से कुछ ट्रेनों को चलाने की तैयारी शुरू की है। चूंकि कैंट से कुसम्ही तक थर्ड लाइन का निर्माण पूरा हो चुका है ऐसे में संचलन में कोई दिक्कत नहीं आएगी। गोरखपुर कैंट रेलवे स्टेशन के पास रोड ओवरब्रिज की स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस कार्य के हो जाने से सड़क उपयोगकर्ताओं का आवागमन सुगम होगा। यहां से टू लेन बनाकर कनेक्ट किया जाएगा। इसके बन जाने से कैंट से ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। साथ ही झरना टोला, गायत्री नगर, मोहनापुर, काशीपुरम, अयोध्यापुरम, टीचर्स कॉलोनी, ऊंचवा, दरगहिया, केंद्रीय विद्यालय परिसर सहित 14 कॉलोनियों के लोगों को राहत मिलेगी। कैंट रेलवे स्टेशन यार्ड के पूर्वी छोर पर स्थित 157 ए स्पेशल क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने की तैयारी तेज कर दी गई है। रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद अब रेलवे प्रशासन ने टेंडर भी जारी कर दिया है। यह ओवरब्रिज टू लेन में बनेगा और इसके निर्माण में 69 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बनने से जहां कैंट रेलवे स्टेशन तक पहुंचना आसान हो जाएगा, वहीं आसपास के करीब 14 कॉलोनियों के लोगों को जाम से राहत मिल जाएगी। रेल प्रशासन के डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) के मुताबिक, ओवरब्रिज की लंबाई 674 मीटर और चौड़ाई करीब 17 मीटर होगी। इसको बनाने के लिए 26 पिलर बनाए जाएंगे। ओवरब्रिज को जीआडी स्कूल के सामने से उठाया जाएगा और रेलवे क्रासिंग के बाद 300 मीटर की लंबाई में एल सेफ में कर दिया जाएगा। गोरखपुर जंक्शन के सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विक ऐप पर किया गया गया है। गोरखपुर.छपरा और गोरखपुर. नरकटियागंज रेल मार्ग का जंक्शन होने के चलते यहां से इन दोनों रूट पर पैसेंजर व अन्य ट्रेन चलाने में सुविधा होगी। इसके साथ ही एम्स में इलाज कराने के लिए आने वाले यात्रियों को भी काफी सहूलियत होगी।