यूपी को जल्द मिलेगी 24 कोच वाली वंदे भारत, लखनऊ और बनारस में होगी मेंटेनेंस
भारतीय रेलवे अब सामान्य ट्रेनों की तरह देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत को 24 कोच वाली ट्रेन के रूप में दौड़ाने की तैयारी कर रहा है
उत्तर रेलवे ने यात्रियों की सहूलियत के लिए 24 ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने का फैसला लिया है। डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा का कहना है। हम लोग भी अभी से 24 कोच वाली वंदे भारत की तैयारी करके चल रहे हैं. इसीलिए यह शेड्स 24 कोच के मेंटेनेंस के लिए बनाए जा रहे हैं।
वंदेभारत में बढ़ाई जाएगी कोच की संख्या
वंदे भारत ट्रेन में बहुत सारे लोगों ने सफर किया होगा, नहीं किया तो देखा जरूर होगा, लेकिन अब वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का सफर करने के लिए तैयार हो जाइए। कोच फैक्ट्री ने बेहद इंटीरियर के साथ इसे तैयार किया हैए जिसका फर्स्ट लुक आ गया है। इसकी खासियत ऐसी है जो आपको लंबी जर्नी में सुकून देगी। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा का कहना है कि वंदे भारत का शेड लखनऊ में बन रहा है. हमारा पूरा प्रयास है कि हम उसको मार्च तक बेसिक रूप से चालू कर लें. हमारे सारे इक्विपमेंट आने हैं तो जून तक हम पूरा करने का प्रयास करेंगे. लखनऊ की तरह बनारस में हमारा शेड बन रहा है।भारतीय रेलवे अब सामान्य ट्रेनों की तरह देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत को 24 कोच वाली ट्रेन के रूप में दौड़ाने की तैयारी कर रहा है. अभी तक वंदे भारत ट्रेन बनारस से दिल्ली के बीच 20 कोच के साथ संचालित हो रही है. जबकि लखनऊ के लिए वंदे भारत ट्रेन सिर्फ सात कोच की है। ट्रेन का 90 किमी प्रति घंटे से लेकर 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दो महीने तक टेस्ट किया जाएगा। इसके सिक्योरिटी फीचर्स की भी जांच की जाएगी। इसमें इमर्जेंसी ब्रेक सिस्टम लगाया गया है।
इसका कंट्रोल काफी साइंटिफिक तरीके से रखा गया है। इन सभी चीजों का परीक्षण किया जाएगा। उम्मीद है कि अगले दो महीने में वह भी इस स्थिति में होगा कि हम वंदे भारत ट्रेन मेंटेन कर सकें. मल्हौर में भी मेमू कम वंदे भारत शेड बन रहा है. उसका भी सर्वे चालू कराया है. क्योंकि, अब लांग रन में इस तरह के ट्रेन शेड्स आएंगे तो हम लोग पीछे न छूट जाएं. इसलिए हम लोग तत्पर हैं. स्टाफ को भी ट्रेनिंग पर भेजा जा रहा है. ट्रेनिंग के बाद वे भी तैयार रहेंगे जिससे हम इन फैसेलिटीज को इस्तेमाल करें और इन्हें चला सके। वंदे भारत ट्रेन में कई नई सुविधाएं होंगी। जैसे सेंसर एक्टिव इंटरकनेक्टिंग दरवाजे लगाए गए हैं। टच फ्री बायो.वैक्यूम टॉयलेट और टॉक.बैक यूनिट लगाई गई हैं। फर्स्ट क्लास कूपों में अपर बर्थ तक आसानी से पहुंचने के लिए सीढ़ियां और फ्लाइट.स्टाइल अटेंडेंट बटन होंगें। ट्रेन हादसों से बचाने के लिए टक्कर रोधी प्रणाली कवच और एंटी.क्लाइम्बिंग टेक्नोलॉजी भी लगाई गई है। यह हादसे की स्थिति में कोच को एक दूसरे के ऊपर चढ़ने नहीं देती। इससे जोखिम काफी कम हो जाता है।ं
खासियत देखकर हो जाएंगे मोहित
लखनऊ के मल्हौर में इसके लिए सर्वे शुरू कराया गया है. यहां पर मेमू के साथ ही वंदे भारत का भी मेंटेनेंस हो सके, इसकी योजना है. भले ही अभी लखनऊ मंडल में कम कोच की वंदे भारत संचालित हो रही हों, लेकिन आने वाले दिनों में 24 कोच वाली भी वंदे भारत अगर संचालित होगी तो उनका भी मेंटेनेंस हो सके, इसकी तैयारी है। अब रेलवे 24 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन को पटरियों पर उतारने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में इन ट्रेनों के मेंटेनेंस के लिए अब बनारस के साथ ही लखनऊ में भी शेड तैयार किया जा रहा है. उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा बताते हैं कि लखनऊ में अब वंदे भारत का मेंटेनेंस हो सके इसके लिए शेड तैयार हो रहे हैं. मल्हौर में भी वंदे भारत का शेड बनाया जाएगा. इससे यहीं पर ट्रेन मेंटेन हो सकेगी।
रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, 1150 यात्री क्षमता वाली इन ट्रेनों में प्रतिदिन वाराणसी से 900 से 1000 पैसेंजर विभिन्न स्टेशनों को जाते हैं। इसमयबद्ध परिचालन, अत्याधुनिक सुविधा और नए सेफ्टी फीचर से लैस इस ट्रेन के कोच बढ़ाने की मांग काफी दिनों से हो रही थी। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने प्रति ट्रेन चार कोच बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया। मल्हौर का यूनिवर्सल शेड होगा. अब ज्यादा ट्रेन रैक आने शुरू होंगे तो हमें उसके लिए तैयारी शुरू करनी है. हमारी वंदे भारत बनारस से जो चल रही है वह 20-20 कोच वाली है। लखनऊ मंडल से अभी जिन सात वंदे भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है या फिर आवागमन कर रही हैं, उनके मेंटेनेंस के लिए लखनऊ में कोई शेड नहीं है. इससे वंदे भारत को मेंटेन करने के लिए अलग ले जाना पड़ता है. इससे अतिरिक्त खर्च होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब बनारस और लखनऊ में वंदे भारत के मेंटेनेंस के लिए शेड्स बनाने की तैयारी है।