यूपी में किसानों ने रिंग रोड की एक लेन बंद कर किया धरना-प्रदर्शन, बोले मुआवजा नहीं चाहिए जमीन
किसान सीएम योगी आदित्यनाथ से वार्ता पर अड़े हैं
इनर रिंग रोड की एक लेन बंद कर किसान परिवार सहित धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसकी वजह से एक्स्प्रेसवे पर ट्रैफिक प्रभावित रहा। नोएडा से फतेहाबाद रोड की तरफ आने वाली रोड पर किसानों ने डेरा डाल दिया है। यहीं पर टेंट लगाकर धरना दे रहे हैं। इस रोड को टोल प्लाजा से आगे बंद कर दिया गया है।
किसानों को मनाने में अफसर नाकाम
किसान सीएम योगी आदित्यनाथ से वार्ता पर अड़े हैं। उनका कहना है कि जब सीएम से उनकी बात नहीं हो जाती, वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। मंगलवार को भाजपा विधायक डा, धर्मपाल सिंह भी धरना स्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान किसानों ने उनसे भी दो टूक कह दिया था कि आंदोलन तभी खत्म होगा, जब मुख्यमंत्री से वार्ता हो जाएगी। उधर, आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को शासन ने पत्रावलियों सहित तलब किया है। आगरा के इनर रिंग रोड पर आंदोलित किसानों ने रविवार को मुआवजा के लिए सहमति पत्र भरने से इन्कार कर दिया। किसान मुख्यमंत्री से वार्ता और जमीन वापसी की मांग पर अड़े हैं। आठवें दिन किसानों का आंदोलन जारी है। इनर रिंग रोड की एक लेन भी बंद है। किसानों को विभिन्न संगठनों का समर्थन मिल रहा है। इधर, भूमि अधिग्रहण के 15 साल बाद किसान मुआवजा लेने को भी तैयार नहीं हो रहे। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा, महासचिव सुरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में सपाइयों ने किसानों का समर्थन किया। रविवार को सपा नेता किसानों के धरने में शामिल हुए। सपाइयों ने एक स्वर में कहा कि किसानों की जमीन वापस होनी चाहिए। 15 साल में भाजपा सरकार किसानों को मुआवजा तक नहीं बांट पाई। उन्होंने भाजपा सरकार पर किसान विरोधी होने के आरोप भी लगाए। जमीन वापस करने पर प्रशासन व एडीए सहमत नजर नहीं आ रहा। इस स्थिति में किसान आंदोलन और उग्र रूप धारण कर सकता है। इस संबंध में शासन से वार्ता चल रही है। जल्द आंदोलन खत्म होगा। इनर रिंग रोड स्थित रायपुर व रहनकलां में 444 हेक्टेयर भूमि का 15 साल से किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। जिसके रोध में अब किसान जमीन वापसी पर अड़े हैं।एक तरफ किसान, दूसरी तरफ पुलिस, तनाव बरकरार
ठंठ से ठिठुरते हुए किसान रविवार को दिनभर शीतलहर से जूझते रहे। कई किसानों की तबीयत बिगड़ गई है। किसान आंदोलन के चलते इनर रिंग रोड की एक लेन बंद है। इसके चलते एक ही लेन से दोनों ओर वाहन गुजारे जा रहे हैं। इसकी वजह से ट्रैफिक प्रभावित हो गया है। कोहरे के समय एक ही लेन में दोनों ओर के वाहन गुजारने से मुश्किल बढ़ सकती हैं। आंदोलन में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक है। इसको देखते हुए महिला पुलिसकर्मियों को अधिक संख्या में यहां तैनात किया गया है। धरना स्थल लगभग 100 मीटर दूर पुलिस डेरा डाले हुए हैं। आंदोलनरत किसानों के आसपास पुलिसकर्मी नहीं हैं। विभिन्न राजनीतिकए सामाजिक संगठनों के लोगों ने मौके पर पहुंचकर किसानों के धरने का समर्थन किया। वहीं, धरने में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। आसपास के गांवों की महिलाएं सड़क पर ही डेरा डाले हुए हैं। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सुबह किसानों से फोन पर वार्ता की। उन्होंने किसानों को एक बार फिर समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान उनकी बात मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि पहले वे सीएम से वार्ता करेंगे। इससे पहले मंगलवार को डीएम ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों से बातचीत की है। आगरा में इनर रिंग रोड पर धरना दे रहे किसानों को मनाने में अफसर नाकाम रहे हैं। इसके चलते चौथे दिन भी किसानों का आंदोलन जारी रहा। इनर रिंग रोड की एक लेन के एक ओर किसान डटे हुए हैं तो दूसरी ओर पुलिस मुस्तैद है। धरना स्थल पर तनाव बरकरार है!