यूपी के इस जिले में बीडीए का चला बुलडोजर, 3 मकान सील
स्थानीय निवासियों द्वारा नींव डालकर बनाई गई दीवारें भी मौके पर गिरा दी गईं
उत्तर प्रदेश में स्थित बरेली में नकटिया नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में शुक्रवार को बीडीए के अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने गैरकानूनी निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। इस अभियान के तहत, डूब क्षेत्र में भूखंडों की बिक्री की तैयारी को नष्ट कर दिया गया। बीडीए के बुलडोजर ने उन स्थानों पर गड्ढे खोद दिए, जहां प्लॉटिंग का काम चल रहा था।
बहेड़ी क्षेत्र के दीननगर गांव से शुरू होने वाली नकटिया नदी बरेली में बड़ा बाईपास के आगे जाकर रामगंगा में मिल जाती है। यह नदी नैनीताल रोड से बीसलपुर रोड की दिशा में बहती है। इस नदी के लगभग 8 किलोमीटर के हिस्से में कई स्थानों पर गैरकानूनी कब्जे देखे जा रहे हैं। बीडीए के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. ने कार्रवाई की आवश्यकता महसूस की। उन्होंने गैरकानूनी कब्जों को हटाने के लिए सुबह 9:00 बजे ही टास्क फोर्स गठित कर दी।
बीडीए की टीम ने बुलडोजर का इस्तेमाल करते हुए 3 अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया। हाल ही में इन 3 भवनों की पहचान की गई, जिनमें कोई भी निवासी नहीं रह रहा था। बीडीए ने इन मकानों को सील कर दिया है। इस कार्रवाई के दौरान, बीडीए के उपाध्यक्ष ने मौके पर ही स्थिति की जानकारी जिलाधिकारी को भेजी। इसके बाद, जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट और खनन अधिकारी को मौके पर भेजा। अब उन व्यक्तियों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने खनन की अनुमति लेकर मिट्टी का अवैध पटान कराया था।
बीडीए के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. ने जानकारी दी कि नदी के किनारे पर गैरकानूनी मिट्टी का पटान कराने के मामले में सिंचाई और राजस्व विभाग कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। हाल ही में जो निर्माण कार्य किए गए थे, उन्हें ध्वस्त कर दिया गया है। कुछ मकान बिना मानचित्र की स्वीकृति के बने हुए पाए गए, जिन्हें तुरंत सील कर दिया गया है।
मनिकंडन ने यह भी बताया कि बीडीए का लक्ष्य अपने क्षेत्र में पूरी नदी को गैरकानूनी कब्जों से मुक्त कराना है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि अवैध कब्जों के मामले में जिन कर्मचारियों और अभियंताओं ने लापरवाही बरती है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।