यूपी में यह नई रेलवे लाइन तैयार, सफर होगा आसान
-(1)1.png)
उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक हरिद्वार, अब गाजियाबाद से और भी जल्दी पहुँचा जा सकेगा. हाल ही में सरकार द्वारा किए गए बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों और नई सड़कों के निर्माण के चलते यात्रा का समय काफी हद तक घट गया है.
गाजियाबाद से हरिद्वार जाने में लगेगा कम समय
राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 58 के चौड़ीकरण और मेरठ एक्सप्रेसवे के पूरा होने से गाजियाबाद से हरिद्वार की दूरी तो वही रही, लेकिन समय की बचत अब स्पष्ट रूप से महसूस की जा रही है. जहाँ पहले यह सफर 5 से 6 घंटे का होता था. वहीं अब यह समय घटकर 3 से 4 घंटे तक रह गया है. गाजियाबाद अब ट्रेन से हरिद्वार जाने की राह और आसान हो गई है. मुजफ्फरनगर-रुड़की के बीच नई रेल लाइन बनने से हरिद्वार जाने वाली ट्रेनें देवबंद सहारनपुर जाने की बजाय सीधी चलेंगी. इससे न सिर्फ ट्रेनों के लिए 40 किलोमीटर की दूरी कम होगी.
बल्कि समय की भी बचत होगी। वापसी में भी इसी मार्ग से ट्रेनें चलेंगी. रूट कम होने से किराया भी घटने की उम्मीद है. उम्मीद है कि अगले महीने में ट्रेनों का इस रूट से भी संचालन शुरू हो जाएगा. सोमवार को नई दिल्ली समर स्पेशल अपने निर्धारित समय से डेढ़ घंटे देरी से गाजियाबाद पहुंची. इसको यहां पांच बजे पहुंचना था, लेकिन यह यहां साढ़े छह बजे पहुंची। हरिद्वार एक्सप्रेस आधा घंटे, चंपारण सत्याग्रह एक घंटे 10 मिनट, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस चार घंटे, शालीमार मलानी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, मेरठ छावनी पैसेंजर 45 मिनट, नीलांचल एक्सप्रेस एक घंटे, जम्मू तवी एक्सप्रेस पौने तीन घंटे, सत्याग्रह एक्सप्रेस नौ घंटे देरी से गाजियाबाद पुहंची. सुबह के समय भी 22 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से तीन घंटे तक देरी से आईं.
Read Below Advertisement
नई रेल लाइन का काम पूरा
पहले मुज़फ्फरनगर और रुड़की जैसे स्थानों पर ट्रैफिक जाम आम बात थी. लेकिन नए बायपास और फ्लाईओवर के कारण अब यात्रियों को इन अड़चनों का सामना कम करना पड़ता है. इससे न केवल समय की बचत हो रही है. बल्कि सफर भी ज्यादा आरामदायक हो गया है. दिल्ली-आनंद विहार से गाजियाबाद होकर हरिद्वार जाने वाली वंदेभारत ट्रेन को हरिद्वार पहुंचने में करीब साढ़े तीन घंटे लगते हैं. इसके अलावा हरिद्वार एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनें पांच घंटे का समय लेती हैं. इन ट्रेनों को मुजफ्फरनगर के बाद देवबंद, सहारनपुर होकर रुड़की जाना पड़ता है. इससे 40 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करनी पड़ती है,
लेकिन अब मुजफ्फरनगर के बाद ट्रेन सीधे रुड़की की होकर हरिद्वार पहुंचेगी. पुराने रूट में सबसे ज्यादा दिक्कत गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फनगर के लोगों को होती थी. समय ज्यादा लगने के कारण लोग निजी साधनों या बसों से हरिद्वार जाना पसंद करते थे. 2007 से नए रेल मार्ग पर काम चल रहा है. यह काम हाल ही में पूरा हो पाया है. नॉर्दर्न रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि नए रेल मार्ग पर 122 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेन चलाकर ट्रायल का काम पूरा कर लिया गया है. यह करीब 29 किलोमीटर लंबा ट्रैक है. उम्मीद है कि अगले महीने में ट्रेनों का इस रूट से संचालन भी शुरू हो जाएगा.
-गाजियाबाद से होकर गुजरती हैं यह ट्रेनें-
- नंदा देवी वातानुकूलित
-हरिद्वार एक्सप्रेस
-योग एक्सप्रेस
-योगनगरी ऋषिकेश
-हरिद्वार सुपरफास्ट एक्सप्रेस
-हरिद्वार सुपरफास्ट
-हरिद्वार जंक्शन बीआरसी
-हरिद्वार स्पेशल
-मसूरी एक्सप्रेस
डेढ़ घंटे देरी से आई दिल्ली समर स्पेशल