गोरखपुर लिंक एक्स्प्रेस-वे को लेकर नया अपडेट, इस तारीख से कर पाएंगे सफर

गोरखपुर लिंक एक्स्प्रेस-वे को लेकर नया अपडेट, इस तारीख से कर पाएंगे सफर
यूपी के इस जिले में फोरलेन और ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर काम तेज

उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और लखनऊ के बीच यात्रा को और भी सुगम बनाने के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. यह एक्सप्रेसवे 91.35 किलोमीटर लंबा है और गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ जिले के सालारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ता है. इस परियोजना की कुल लागत ₹7.283.28 करोड़ है. जिसमें भूमि अधिग्रहण भी शामिल है.

15 मई तक पूरा हो जाएगा Gorakhpur Link Expressway

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के चालू होने से गोरखपुर से लखनऊ की यात्रा का समय लगभग साढ़े तीन घंटे में सिमट जाएगा. जो पहले लगभग छह घंटे लगता था। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ जिलों से होकर गुजरता है. जिससे इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 15 मई तक पूरा कर लिए जाने का दावा किया जा रहा है. कमिश्नर अनिल ढींगरा और जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने मंगलवार को घाघरा नदी के कम्हरिया घाट पर निर्माणाधीन पुल का स्थलीय निरीक्षण किया. औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन अभी नहीं हुआ है, लेकिन आवागमन ढाई माह पहले से ही शुरू है. इस एक्सप्रेसवे के शुरू हो जाने से लखनऊ का सफर 3.30 से चार घंटे में ही पूरा हो जाएगा.

यह भी पढ़ें: यूपी के यह सरकारी स्कूल बनेंगे आंगनबाड़ी, बच्चों को मिलेंगी यह सुविधा

गोरखपुर, अयोध्या होते हुए लखनऊ की तुलना में एक्सप्रेसवे से लखनऊ की दूरी करीब 30 से 40 किमी अधिक है, लेकिन कोई अवरोध नहीं होने की वजह से समय कम लगेगा. निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था ने बताया कि काम तेजी से चल रहा है. जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसपर कमिश्नर ने 15 से 20 दिन सभी बचे हुए निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि नदी के पास धारा बदलने का काम चलता रहेगा लेकिन, पुल और सड़क से जुड़े निर्माण कार्य इस समय सीमा में पूरे कर लिए जाएं. मई के दूसरे पखवारे में एक्सप्रेसवे का लोकार्पण होने की उम्मीद है. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे सहजनवां के पास जैतपुर से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आजमगढ़ जिले के सलारपुर में जुड़ा है. 7283 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 91.35 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ जिले के लोग सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे.

यह भी पढ़ें: यूपी के घरों में लगेंगी बायोगैस यूनिट, जल्द इन जिलो से काम होगा शुरू

यात्रा समय में कमी,  निर्माण की स्थिति

सरकार के आठ साल पूरे होने पर पिछले माह गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने भी इसके संकेत दिए थे कि जल्द ही एक्सप्रेसवे पर आवागमन शुरू हो जाएगा. इसके लिए भव्य लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर निर्माण में जो भी बाधाएं आ रही हैं, उन्हें दूर करने का निर्देश दिया. उन्होंने संबंधित विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्यों को गुणवत्तापूर्ण समयबद्ध ढंग से पूर्ण करें इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही मिली तो संबंधित की जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी. इस अवसर पर एमडी यूपीडा संजय अग्रवाल ,अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पुरुषोत्तम दास गुप्ता, सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक एके सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. गोरखपुल लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण कार्यक्रम भव्य होगा.

गोरखपुर-आजमगढ़ की सीमा पर इसे आयोजित करने की तैयारी है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर सकते हैं. यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों के अनुसार इस परियोजना का लगभग 98ः कार्य पूरा हो चुका है. मुख्य कैरिजवे में क्लियरिंग और ग्रबिंग का कार्य 100ःऔर मिट्टी से संबंधित कार्य भी 100ः पूरा हो चुका है. अब केवल कुछ संरचनाओं का निर्माण बाकी है. जो जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 15 मई तक होने की संभावना है. जिससे गोरखपुर और लखनऊ के बीच यात्रा और भी सरल और तेज हो जाएगी. यह परियोजना न केवल यातायात में सुधार लाएगी. बल्कि क्षेत्रीय विकास और आर्थिक वृद्धि में भी योगदान करेगी.

On

About The Author

Shambhunath Gupta Picture

शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।