मनकापुर से खलीलाबाद तक बिछेगी तीसरी रेलवे लाइन, इन जिलो को होगा फ़ायदा
विभागीय आंकड़ों के अनुसार, पूर्वोत्तर रेलवे को केंद्र सरकार से 2,65,200 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है
केंद्रीय रेल बजट में पूर्वोत्तर रेलवे के लिए विशेष रूप से धनराशि आवंटित की गई है। इस बजट के माध्यम से देवीपाटन मंडल के चारों जिलों में रेलवे की लंबित परियोजनाओं को पूरा करने का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही, रेलवे लाइनों का विस्तार किया जाएगा, जिससे यात्री सुविधाओं में भी सुधार होगा। रेलवे के अधिकारी इस बजट के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे इन विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा सकें। इस पहल से क्षेत्र में परिवहन सेवाओं में सुधार की उम्मीद है, जो स्थानीय लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार, पूर्वोत्तर रेलवे को केंद्र सरकार से 2,65,200 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इस राशि में से 32,000 करोड़ रुपये का उपयोग रेल लाइनों के विस्तार के लिए किया जाएगा। रेलवे ने नई रेल लाइनों के निर्माण और विभिन्न विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
इस बजट से न केवल रेलवे नेटवर्क का विस्तार होगा, बल्कि इससे स्थानीय यात्रियों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि यह पहल क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यातायात की समस्या को कम करने में मदद करेगी। इसके अलावा, इस बजट के माध्यम से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। रेलवे का यह कदम निश्चित रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र में परिवहन सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
गोंडा से बुढ़वल तक तीसरी रेल लाइन बिछाने का कार्य अब तेजी से आगे बढ़ने वाला है। इसके साथ ही मनकापुर से खलीलाबाद तक भी तीसरी रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। इस विकास के परिणामस्वरूप सहजनवा-दोहरीघाट, घुघली-महाराजगंज-आनंद नगर और खलीलाबाद से बहराइच तक के यात्रियों को रेल यात्रा की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। इस परियोजना से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। लोग अब अधिक सुविधाजनक और तेज़ रेल सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे, जिससे उनके दैनिक जीवन में सुधार होगा।
रेलवे ने एक महत्वपूर्ण परियोजना की शुरुआत की है जिसमें एशिया का सबसे बड़ा रेलखंड बनाने का काम हो रहा है। इस परियोजना के लाखों करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है जिससे लाखों यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। यह रेल लाइन बनने से बलरामपुर, गोंडा, भिनगा, श्रावस्ती, मेंहदावल और बांसी से लेकर गोरखपुर तक की यात्रा बहुत ही सुविधाजनक हो जाएगी। इसके साथ ही, श्रावस्ती जनपद भी इस रेल लाइन के नेटवर्क से जुड़ जाएगा। गोंडा से बुढ़वल तक बन रही तीसरी लाइन का कार्य भी तेजी से प्रगति कर रहा है। इससे लोगों को और भी बेहतर रेलवे सुविधाएं मिलेंगी और उनकी यात्रा का समय भी कम होगा।
पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है जिसमें बताया गया है कि अमृत भारत योजना के तहत कई रेलवे स्टेशनों का व्यापक विकास किया जाएगा। इस परियोजना में गोंडा, बस्ती, स्वामीनारायण छपिया, रामघाट हाल्ट, बलरामपुर और तुलसीपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा।
सौम्या माथुर ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत ट्रैक के दोहरीकरण और तीसरी तथा चौथी लाइन के निर्माण कार्यों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। इससे यात्रियों को यात्रा के दौरान अधिक सुविधा और सुरक्षा मिलेगी। यह विकास कार्य न केवल यात्रियों के लिए बेहतर अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में भी सुधार लाने में सहायक होगा।
इस पहल से रेलवे नेटवर्क की क्षमता में वृद्धि होगी और यात्रियों को समय पर यात्रा करने में मदद मिलेगी। इन सभी कार्यों के पूरा होने के बाद, पूर्वोत्तर रेलवे का यह क्षेत्र एक आधुनिक और सुविधाजनक रेलवे प्रणाली का हिस्सा बनेगा।
रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कहा है कि रेलवे की सुविधाओं के विकास से यात्रियों को काफी लाभ होगा। उन्होंने बताया कि तीसरी रेल लाइन के निर्माण से ट्रेनों का आवागमन और भी सुगम हो जाएगा। इससे यात्रियों को सफर करने में कम समय लगेगा, जिससे उनकी यात्रा अधिक आरामदायक और सुविधाजनक हो सकेगी। इस विकास के माध्यम से न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि रेलवे नेटवर्क की क्षमता भी बढ़ेगी, जो यात्रियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव साबित होगा।