यूपी में 42 ई-रिक्शा सीज, 231 का काटा गया चालान

उत्तर प्रदेश: भदोही में स्थित ज्ञानपुर में ई-रिक्शा चालकों की मनमानी पर लगाम कसने के लिए अप्रैल में चलाए गए विशेष सत्यापन अभियान के तहत 42 ई-रिक्शा जब्त किए गए हैं. पुलिस और यातायात विभाग की कड़ी निगरानी में कुल 1900 ई-रिक्शा की जांच कर न सिर्फ उनके कागजात देखे गए बल्कि चालकों के आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले गए.
ज्ञानपुर नगर में ई-रिक्शा संचालन को लेकर लंबे समय से उठते सवालों के बीच अप्रैल माह में पुलिस व यातायात विभाग ने मिलकर सख्त अभियान चलाया. इस एक महीने की मुहिम के दौरान कुल 1900 ई-रिक्शा की गहराई से जांच-पड़ताल की गई. अधिकारियों ने सिर्फ इनके पंजीकरण दस्तावेज ही नहीं देखे, बल्कि चालकों की पृष्ठभूमि भी खंगाली गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अपराधी पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति सार्वजनिक यातायात का हिस्सा न बन सके. सत्यापन प्रक्रिया के तहत जिन ई-रिक्शा में मानकों का उल्लंघन पाया गया, उनमें से 231 का चालान काटा गया और 42 ई-रिक्शा को सीज कर लिया गया. यह पहली बार नहीं है जब जिले में ई-रिक्शा को लेकर सवाल उठे हों. पहले भी नाबालिग बच्चों द्वारा वाहन चलाने की घटनाएं सामने आई हैं, जो सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनीं. वहीं कई बार अनियमित पार्किंग की वजह से जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इस बार प्रशासन ने न सिर्फ चालकों की उम्र और कागजात की जांच की बल्कि उनके आपराधिक रिकॉर्ड की भी छानबीन की. राहत की बात यह रही कि किसी भी चालक का आपराधिक इतिहास नहीं मिला. अभियान का सकारात्मक असर अब शहर की सड़कों पर साफ दिखाई दे रहा है जहां अब नाबालिग चालकों की संख्या लगभग खत्म हो चुकी है और ट्रैफिक पहले की अपेक्षा अधिक सुव्यवस्थित हो गया है. यातायात प्रभारी अनिल सिंह ने जानकारी दी कि अप्रैल में चले इस अभियान में कठोर निगरानी रखी गई और उल्लंघन पर तत्काल कार्रवाई की गई. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि सत्यापन के बाद भी यदि कोई वाहन या चालक नियमों की अनदेखी करता पाया गया, तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन की इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि शहर में ई-रिक्शा संचालन अब अधिक सुरक्षित, अनुशासित और जनता के हित में होगा.