बस्ती के गांधीनगर में हटाया गया अतिक्रमण
.jpg)
उत्तर प्रदेश: बस्ती शहर में अतिक्रमण पर नगर पालिका ने कड़ा रुख अपनाया है. लगातार दूसरे दिन जेसीबी के साथ सड़कों से अतिक्रमण हटाया गया, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया.
नगर पालिका प्रशासन ने शहर की सूरत संवारने और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई की है. यह मुहिम बुधवार को भी जोर-शोर से जारी रही. ईओ अंगद गुप्ता के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में गांधी नगर क्षेत्र को केंद्र बनाया गया, जहां जेसीबी मशीनों की मदद से सड़क किनारे बने अस्थाई और कुछ स्थाई ढांचों को गिरा दिया गया. कार्रवाई के दौरान नगर पालिका की टीम ने जीआईसी इंटर कॉलेज से लेकर टाउन क्लब तक सघन निरीक्षण किया. कई दुकानदारों को पहले ही चेतावनी दी जा चुकी थी कि वे स्वयं अपने अतिक्रमण हटा लें, लेकिन लापरवाही बरतने वालों को इस बार बख्शा नहीं गया. जेसीबी की आवाज सुनते ही पटरी दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई. कई लोग अपनी दुकानें समेटकर ठेले के साथ भाग खड़े हुए, तो कुछ खुलेआम विरोध जताते नजर आए.
टीम ने अतिक्रमण हटाने के बाद मलबा ट्रैक्टर-ट्रॉली में लदवा कर मौके से हटा दिया. इस दौरान सड़क किनारे पक्के निर्माण करने वालों की पहचान कर उन्हें नोटिस भी थमाया गया. ईओ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सार्वजनिक मार्गों को खाली रखना अनिवार्य है. नालों और सड़कों के किनारे किसी भी प्रकार का अतिक्रमण सहन नहीं किया जाएगा. आने वाले दिनों में नियमित जांच अभियान चलाया जाएगा और दोबारा अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होगी.
Read Below Advertisement
गौरतलब है कि नगर प्रशासन पहले भी कई बार चेतावनी दे चुका है, लेकिन अनदेखी करने वाले दुकानदारों की संख्या कम नहीं हो रही. इस अभियान के दौरान चाट, सब्जी, फल और खाने-पीने के अन्य ठेले वाले दुकानदारों में भारी भगदड़ मची रही. टीम के जाते ही कुछ दुकानदार फिर से अपनी जगह आकर दुकान सजाते दिखे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन को बार-बार कार्रवाई करनी पड़ सकती है. इस मौके पर कर निर्धारण अधिकारी उदयभान, विक्रम सिंह, श्रीकांत पांडेय समेत नगर पालिका की पूरी टीम उपस्थित रही. अधिकारी वर्ग ने यह संकेत भी दिया कि यह अभियान शहर के अन्य हिस्सों में भी जल्द ही चलाया जाएगा.