धोनी ने खुद ही बनाई थी जो टीम, अब वही टीम IPL 2025 में सबसे पहले हुई बाहर!

आईपीएल का इतिहास अगर कोई टीम सबसे ज्यादा प्रभावित करता है, तो वो है चेन्नई सुपर किंग्स। पांच बार की चैंपियन, 11 बार की फाइनलिस्ट और फैंस के दिलों पर राज करने वाली यह टीम IPL 2025 में सबसे पहले प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई। और इसकी सबसे बड़ी वजह कोई और नहीं, खुद महेंद्र सिंह धोनी हैं।
एक समय था जब धोनी को "कैप्टन कूल" और "क्रिकेट का जादूगर" कहा जाता था। उनकी कप्तानी में कठिन से कठिन लक्ष्य भी साधारण लगने लगते थे। लेकिन अब समय बदल चुका है। धोनी के फैसले, उनकी रणनीति, यहां तक कि उनका बल्ला भी अब वैसा असर नहीं छोड़ पा रहा है।

RCB से हार और धोनी की ज़िम्मेदारी
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आईपीएल 2025 में चेन्नई की किस्मत का अंतिम फैसला तब हुआ जब टीम को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से 2 रन से हार का सामना करना पड़ा। इस हार की जिम्मेदारी खुद धोनी ने ली, लेकिन हकीकत यह है कि चेन्नई का यह बुरा हाल पूरे सीजन की खराब रणनीति का नतीजा है, ना कि सिर्फ एक मैच की हार।
धोनी ने कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ की गैरमौजूदगी में टीम की बागडोर संभाली, लेकिन उनकी कप्तानी में वो करिश्मा नहीं दिखा, जिसकी उम्मीद हमेशा सीएसके के फैंस करते हैं।
धोनी के फैसले और कमजोर टीम चयन
सीएसके का हमेशा से एक मज़बूत कोर रहा है, लेकिन इस बार ऑक्शन में जिस तरह की टीम चुनी गई, वह बेहद साधारण नजर आई। और इस टीम के चयन में सबसे अहम भूमिका खुद महेंद्र सिंह धोनी की थी। ऐसा नहीं है कि टीम में टैलेंट नहीं था, लेकिन उसका सही इस्तेमाल नहीं हो सका।
धोनी का खुद का प्रदर्शन भी इस बार काफी निराशाजनक रहा। 11 मैचों में सिर्फ 163 रन और औसत मात्र 23.29। कभी आठ नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आ रहे हैं तो कभी नौवें नंबर पर, जिससे टीम की रन गति पर भी असर पड़ा।
धोनी का ब्रांड अब भी ज़िंदा, लेकिन...
चेपॉक स्टेडियम में जब धोनी बैटिंग के लिए उतरते हैं, तो ब्रॉडकास्टर का शोर मीटर फुल पर चला जाता है। फैंस की दीवानगी अब भी बरकरार है, लोग सिर्फ धोनी की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम आते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ फैन फॉलोइंग की वजह से किसी खिलाड़ी को टीम में बनाए रखना सही है?
सुरेश रैना और अंबाती रायडू जैसे पूर्व खिलाड़ी भी लगातार धोनी का समर्थन करते दिखे, लेकिन IPL एक इमोशनल टूर्नामेंट नहीं, बल्कि प्रदर्शन पर आधारित प्रतियोगिता है।
धोनी का भविष्य क्या होगा?
पंजाब के खिलाफ मैच के बाद जब सीएसके के सीईओ धोनी से मैदान पर चर्चा करते दिखे, तब हर किसी को यही लगा कि यह बातचीत धोनी के भविष्य को लेकर हो रही है। क्या धोनी IPL से संन्यास लेंगे? या फिर एक और सीजन के लिए वापसी करेंगे?
धोनी फिलहाल 43 साल के हैं और जब इस टूर्नामेंट में 14-15 साल के युवा खिलाड़ी धमाल मचा रहे हैं, तो उम्र का असर साफ झलकता है। शरीर भी अब पहले जैसा साथ नहीं देता, और शायद यही वक्त है जब धोनी को एक सम्मानजनक विदाई खुद ही ले लेनी चाहिए।
कब तक चलेगा "आखिरी सीजन"?
पिछले कुछ सालों से हर सीजन को फैंस धोनी का "आखिरी सीजन" मानते आ रहे हैं, लेकिन हर बार माही उन्हें एक और मौका देते हैं। यह सिलसिला कब तक चलेगा? कहीं ऐसा ना हो कि IPL की सबसे सफल टीम, अपनी महानता के बजाय अपनी थकान के लिए जानी जाए।
किसी भी टीम की सफलता सिर्फ उसके कप्तान से नहीं, पूरी रणनीति और संतुलन से जुड़ी होती है। लेकिन जब एक टीम का हर फैसला सिर्फ एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमता है, तो उसकी गिरावट भी उसी से जुड़ जाती है।
अब वक्त है...
सीएसके के बंटाधार का कारण अगर ढूंढा जाए, तो जवाब सीधा है — महेंद्र सिंह धोनी। अब वक्त है कि धोनी खुद को और अपने फैंस को ये मौका दें कि वह सम्मान के साथ विदाई लें। क्योंकि अगर अब नहीं किया, तो IPL का यह महान अध्याय अंत की जगह बोझ बन सकता है।