अब खत्म हुआ खेल! भारत ने पाकिस्तान से हर तरह का व्यापार किया बंद

भारत ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका देते हुए उसके साथ हर तरह के व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। यह सिर्फ एक व्यापारिक फैसला नहीं है, बल्कि एक सख्त कूटनीतिक संदेश भी है कि अब भारत आतंक के किसी भी समर्थन को बर्दाश्त नहीं करेगा।
पहले भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार सीमित और नियंत्रित रूप में चल रहा था। 2019 के पुलवामा हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान के साथ डायरेक्ट ट्रेड (प्रत्यक्ष व्यापार) पर रोक लगा दी थी। लेकिन पाकिस्तान के साथ इनडायरेक्ट ट्रेड यानी किसी तीसरे देश के जरिए हो रहा व्यापार अब तक चलता रहा। अब भारत सरकार ने इस रास्ते को भी पूरी तरह बंद कर दिया है।
2 मई 2025 को वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान से आने वाले और पाकिस्तान को जाने वाले सभी सामानों के डायरेक्ट और इनडायरेक्ट इंपोर्ट और एक्सपोर्ट पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला विदेश व्यापार नीति (FTP) 2023 में जोड़कर लागू किया गया है। अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया कि यह प्रतिबंध भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में है।
सरकार की इस अधिसूचना के अनुसार अब कोई भी वस्तु, चाहे वह स्वतंत्र रूप से लाई जा रही हो या किसी विशेष अनुमति के तहत, पाकिस्तान से भारत में नहीं लाई जा सकेगी। इसी तरह भारत से भी पाकिस्तान को कोई भी वस्तु निर्यात नहीं की जा सकेगी। यदि किसी विशेष स्थिति में कोई अपवाद की आवश्यकता हो, तो इसके लिए भारत सरकार की पूर्व स्वीकृति जरूरी होगी।
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भारत से पाकिस्तान को पहले मुख्य रूप से कपास, केमिकल्स, मसाले, दवाइयां और फूड प्रोडक्ट्स जैसे उत्पाद निर्यात किए जाते थे। वहीं पाकिस्तान से भारत में सीमेंट, जिप्सम, फल, तांबा और नमक जैसे उत्पाद आते थे। लेकिन 2019 के बाद यह व्यापार लगभग खत्म हो चुका था। हालांकि कुछ सामान तीसरे देशों के माध्यम से अब भी पाकिस्तान में पहुंचते थे – जिसे इनडायरेक्ट ट्रेड कहा जाता है। लेकिन अब इसपर भी पूरी तरह ताला जड़ दिया गया है।
2008 से 2018 के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के जरिए लगभग 7500 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था। लेकिन खुफिया रिपोर्टों में हथियारों की तस्करी, जाली नोट और नशीले पदार्थों के लेन-देन की जानकारी सामने आने के बाद 2019 में भारत सरकार ने इस व्यापार मार्ग को बंद कर दिया।
2024 में भारत और पाकिस्तान के बीच इनडायरेक्ट ट्रेड लगभग 1.21 अरब डॉलर का रहा, जो कि 2018 में 2.35 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर की तुलना में काफी कम है। भारत से निर्यात तो कुछ हद तक हुआ, लेकिन पाकिस्तान से आयात बेहद सीमित रहा। अब इस व्यापार को भी समाप्त कर दिया गया है।
भारत सरकार का यह फैसला केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सम्मान और सुरक्षा की दृष्टि से लिया गया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 से अधिक लोगों की जान चली गई, और भारत ने इसका जवाब आर्थिक मोर्चे पर दिया है। यह स्पष्ट संदेश है कि भारत अब आतंकी हरकतों को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करेगा – चाहे वह सीमा पर हो या व्यापार में।
यह प्रतिबंध पाकिस्तान की पहले से ही लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका है। पाकिस्तान पहले ही विदेशी कर्ज, बढ़ती महंगाई और गिरते विदेशी मुद्रा भंडार से जूझ रहा है। अब भारत की ओर से इनडायरेक्ट व्यापार का बंद होना, पाकिस्तान की घरेलू आपूर्ति और व्यापार संतुलन पर भी नकारात्मक असर डालेगा।
यह कदम वैश्विक मंच पर भी भारत की कड़ी नीति और आतंक के खिलाफ उसकी जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है। भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि अब सिर्फ निंदा और चिंता जताकर नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई से जवाब दिया जाएगा।
भारत के इस कड़े निर्णय से पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है, और यह उम्मीद की जा रही है कि इससे उसे अपनी आतंकी गतिविधियों पर रोक लगाने का संकेत मिलेगा।