यूपी के इस शहर में जमीन खरीदना हुआ महंगा, जाने पूरी जानकारी
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कृषि भूमि के दामों में वृद्धि के कारण
शहरीकरण और औद्योगिकीकरण की प्रक्रिया ने कृषि भूमि की मांग को बढ़ा दिया है. जैसे.जैसे शहरों का विस्तार होता है. कृषि भूमि को आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के लिए अधिग्रहित किया जाता है। इस कारण कृषि भूमि की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. अचल संपत्ति के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी हो गई है. नए सर्किल रेट लागू करने से पहले शहर से लेकर गांवों तक सर्वे कराया गया है. कई चरण की जांच-पड़ताल के बाद गुरुवार को डीएम संजीव रंजन ने कलक्ट्रेट में बैठक कर इस पर सहमति दे दी है. कुछ क्षेत्रों में जहां विकास अधिक है और नए प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है,
यूपी के इस शहर में प्रॉपर्टी खरीदना महंगा
कृषि भूमि को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जा रहा है. भूमि की कीमतों में स्थिर वृद्धि के कारण निवेशक अब भूमि खरीदने में रुचि दिखा रहे हैंए जिससे कीमतें और बढ़ रही हैं. सर्किल रेट में औसतन 20 से 25 प्रतिशत तक वृद्धि की जाएगी. प्रस्तावित रेट के अनुसार मैरिस रोड पर सबसे महंगी जमीन होगी. अभी यहां एक लाख रुपये प्रति वर्गमीटर कीमत है. अब 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 1.40 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर हो जाएगी. सभी निबंधन कार्यालयों से तैयार प्रस्तावित सर्किल रेट को जारी कर दिया गया है.
कृषि भूमि के 30 प्रतिशत और आवासीय के 15 प्रतिशत तक महंगे होने की उम्मीद है. तहसीलों व कलक्ट्रेट पर प्रस्तावित रेट की सूची चस्पा कर दी गई है. प्रस्तावित रेट पर सात अप्रैल तक आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती हैं. नगरीय, अर्ध्य नगरीय, अकृषि भूमि, कृषि भूमि, नौ मीटर चौड़ी सड़क पर संपत्ति, नौ मीटर से अधिक व 18 मीटर से कम चौड़ी सड़क पर मौजूद संपत्ति, 18 मीटर से अधिक चौड़ी सड़क पर मौजूद संपत्ति, एकल दुकान, माल, काम्पलेक्स में स्थित दुकान, आवासीय योजनाओं में प्रति वर्गमीटर के हिसाब से सर्किल रेट को लेकर प्रस्ताव तैयार किए हैं.