यूपी में इस रूट पर होगा बाईपास का निर्माण, भूमि का होगा अधिग्रहण
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भटौली जिले में स्थित गंगा पुल पर निर्मित भटौली-बरैनी पुल में बड़े वाहनों के लिए उचित चौड़ाई का मार्ग न होने के कारण इन वाहनों का इस पुल से गुजरना संभव नहीं हो पा रहा है. नतीजतन, भारी वाहनों को मीरजापुर-वाराणसी मार्ग का सहारा लेना पड़ रहा है. इस मार्ग पर यात्रा करते समय उन्हें कई टोल प्लाजा से गुजरना पड़ता है, जिससे यात्रा की लागत में इजाफा हो रहा है. इसके अलावा, इस विकल्प के चलते यात्रा की दूरी भी काफी बढ़ जाती है, जिससे यात्रियों को अधिक समय और श्रम लगाना पड़ रहा है.
भटौली-बरैनी आमघाट मार्ग के विकास के लिए करीब 55 करोड़ 90 लाख 19 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई है. इस परियोजना के तहत, मार्ग को दो लेन में परिवर्तित किया जाएगा, जिससे यातायात की सुगमता में वृद्धि होगी. इसमें से 30 करोड़ रुपये किसानों को उनकी जमीन के अधिग्रहण के दौरान मुआवजे के रूप में प्रदान किए जाएंगे. सड़क निर्माण की लागत 25 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है, और इस नए मार्ग की कुल लंबाई 9.08 किलोमीटर होगी.
इस मार्ग की चौड़ाई 7 मीटर निर्धारित की गई है. यह सड़क भटौली से शुरू होकर जौसरा, अर्जुनपुर और राजपुर होते हुए आमघाट रेलवे क्रॉसिंग के निकट पहुंचेगी. इसे एनएच 35, मीरजापुर-वाराणसी नेशनल हाईवे से देवापुर गांव के निकट से जोड़ा जाएगा.
भटौली-आमघाट रोड को निर्मित कराने से छोटे और बड़े दोनों प्रकार के वाहन चालकों को महत्वपूर्ण लाभ मिलने की उम्मीद है. पहले बड़े वाहन बिना बाईपास रोड के, भटौली-बरैनी पुल पर जाने के लिए शास्त्री सेतु या मीरजापुर-वाराणसी मार्ग का सहारा लेते थे. लेकिन अब इस नई सड़क के बनने से बड़े वाहनों के लिए भटौली गंगा पुल के माध्यम से आने-जाने का रास्ता खुल जाएगा.
इस सड़क के निर्माण से दो प्रमुख लाभ होंगे:-
- पहला, यात्रा की दूरी में कमी आएगी, जिससे चालकों को कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी.
- दूसरा, इससे यातायात की भीड़भाड़ में कमी आएगी, जिससे सड़क पर चलने वाले अन्य वाहनों को भी सुविधा होगी.