यूपी में स्कूलों और अभिभावक के लिए बड़ी खबर, इस उम्र के बच्चों को नहीं मिलेगा एडमिशन

यूपी में स्कूलों और अभिभावक के लिए बड़ी खबर, इस उम्र के बच्चों को नहीं मिलेगा एडमिशन
Big News

भारत में शिक्षा का महत्व किसी से छिपा नहीं है. यह न केवल व्यक्तिगत विकास का माध्यम है. बल्कि समाज के समग्र विकास की भी कुंजी है. हालांकि भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक समय था जब उम्र एक सीमा के रूप में सामने आती थी. खासकर उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में. अब इतनी उम्र होने पर ही मिलेगा एडमिशन जैसे सवाल आज भी कई छात्रों और युवाओं के मन में आते हैं।

इतनी उम्र होने पर ही मिलेगा एडमिशन

आजकल शिक्षा और करियर की दिशा में बदलाव आ रहे हैं, फिर भी उम्र की सीमा कई क्षेत्रों में एक सवाल बनी हुई है. इस लेख में हम इस मुद्दे पर गहराई से चर्चा करेंगे और समझेंगे कि कैसे उम्र की सीमा छात्रों के शिक्षा के अवसरों पर प्रभाव डालती है. अब नए शैक्षिक सत्र 2025-26 में फिर ऊहापोह की स्थिति पैदा हो रही थी। ऐसे में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से मार्गदर्शन लेने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से आयु सीमा तय कर स्पष्ट आदेश पहले ही जारी कर दिया गया है। मालूम हो कि परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में कक्षा एक में हर साल करीब 40 लाख बच्चे प्रवेश लेते हैं।  उच्च शिक्षा सरकारी नौकरियों और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उम्र की सीमाएँ पहले कड़ी थीं.

यह भी पढ़ें: यूपी में पुरानी पेंशन को लेकर बड़ी खबर, सरकार ने दिया यह निर्देश

कई विश्वविद्यालयों और संस्थानों में एडमिशन लेने के लिए एक निश्चित आयु सीमा निर्धारित की जाती थी जो आमतौर पर 18-25 वर्ष के बीच होती थी. इस कारण कई छात्र अपने समय से पीछे रह जाते थे और अपने शिक्षा यात्रा को जारी रखने में असमर्थ होते थे. खासकर जो परिवारिक जिम्मेदारियों या अन्य कारणों से शिक्षा को एक या दो साल तक विलंब से शुरू करते थे। सभी सरकारी व निजी प्राथमिक स्कूलों में अब 31 जुलाई तक छह साल की आयु पूर्ण करने वाले बच्चों को कक्षा एक में प्रवेश दिया जा सकेगा। यानी एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए शैक्षिक सत्र 2025-26 में छह साल से कम उम्र के बच्चों को प्रवेश देने का रास्ता साफ हो गया है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से आयु सीमा का निर्धारण करने से स्कूलों को बड़ी राहत मिल गई है।

यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में इस रूट पर बनेगी फोरलेन सड़क, प्रस्ताव पर मिली मंजूरी

उम्र की सीमा, एक पारंपरिक अवधारणा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पिछले वर्ष एक अप्रैल तक ही छह वर्ष की आयु पूरी करने वाले बच्चों को कक्षा एक में प्रवेश देने के आदेश दिए गए थे. स्कूलों को देर से आदेश भेजने के कारण इसका विरोध किया गया था. क्योंकि बड़ी संख्या में छह वर्ष से कम आयु के बच्चों के प्रवेश ले लिए गए थे. ऐसे में फिर बाद में संशोधित आदेश जारी कर इसे 31 जुलाई किया गया था. बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल की ओर से शुक्रवार को ऐसे बच्चे जो छह साल की उम्र 31 जुलाई को पूरा करेंगे उन्हें कक्षा एक में प्रवेश देने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

यह भी पढ़ें: यूपी के इस जिले में मुख्यमंत्री योगी ने सैकड़ों परियोजना का किया लोकार्पण

सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए शैक्षिक सत्र में अधिक से अधिक प्रवेश पर जोर दिया जाए। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में नामांकन बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाए। कई छात्रों के लिए शिक्षा के बाद के अवसर परिवार और आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर होते हैं। कई बार परिवार के दबाव के कारण बच्चे कुछ सालों तक अपनी पढ़ाई को छोड़ देते हैं और बाद में जब वे अपनी शिक्षा जारी करना चाहते हैं, तो उम्र की सीमा सामने आ जाती है।

यह भी पढ़ें: यूपी में इस रेलवे स्टेशन पर चलेगा काम, लाखों यात्री नहीं कर पाएंगे सफर

On

ताजा खबरें

यूपी के इस जिले में मुख्यमंत्री योगी ने सैकड़ों परियोजना का किया लोकार्पण
मुंबई इंडियंस और कोलकाता मैच के बाद भी ऑरेंज और पर्पल कैप की रेस जारी
यूपी में पुरानी पेंशन को लेकर बड़ी खबर, सरकार ने दिया यह निर्देश
बस्ती वालों के लिए बुरी खबर, टोल प्लाजा पर बढ़ गया मंथली पास का रेट, जानें- अब कितना देना होगा?
Aaj Ka Rashifal 1 April 2025: आज का राशिफल सिंह, मेष, मिथुन, कर्क, कुंभ, वृश्चिक, धनु, वृषभ, तुला, मकर, कन्या, मीन Horoscope
यूपी में अब खुलेंगे नए तरीके के स्कूल, एक ही जगह KG से 12th तक की पढ़ाई, सीएम योगी ने किया ऐलान
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में रजिस्टर्ड वकीलों के लिए बड़ी खबर, इस काम के लिए मिलेंगे 51,000 रुपये
UP: 13 गांवों के भूमि अधिग्रहण के लिए अपडेट, रेलवे को मिला यह पत्र
यूपी में इस नदी पर बनेगा रेलवे का तीसरा ब्रिज
आईपीएल में इस फ्रैन्चाइज़ के तेजी से बढ़े फॉलोवर, पॉइंट्स टेबल में भी जबरदस्त उछाल