यूपी में इस जगह 100 करोड़ रुपए से बनेगा ओवरब्रिज
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100 करोड़ की लागत से बनने वाला रेलवे ओवरब्रिज
देवीपाटन धाम एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. यहाँ की सड़कें और रेलवे ट्रैक अक्सर भारी यातायात से प्रभावित रहते हैं. जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण से इन समस्याओं का समाधान होगा. क्योंकि यह रेलवे क्रॉसिंग को पार करने वाले यातायात को निर्बाध रूप से चलने में मदद करेगा. शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर धाम में मां पाटेश्वरी का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को अब जाम की परेशानी से नहीं जूझना पड़ेगा. तुलसीपुर शहर के हरैया चौराहा के पास रेलवे क्रासिंग पर सौ करोड़ की लागत से ओवरब्रिज बनाने के प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिली है. यह रेलवे क्रासिंग बंद होने पर श्रद्धालुओं के साथ ही शहर की 20 हजार से अधिक की आबादी को घंटों जाम की परेशानी से जूझना पड़ता है.
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क्षेत्रीय विकास की नई दिशा, श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित यात्रा
साथ ही तुलसीपुर शहर की 20 हजार से अधिक आबादी को जाम से प्रतिदिन जूझना पड़ता है. हरैया चौराहा के पास एसएच 158 (बहराइच-सिरसिया-तुलसीपुर-गुलरिहा मार्ग) के किलोमीटर 68 में स्थित रेलवे सम्पार संख्या-123 ए पर टू-लेन ओवर ब्रिज का निर्माण कराने के लिए भी शासन ने 99 करोड़ 69 लाख 51 हजार रुपये स्वीकृत किए हैं। इसमें ओवर ब्रिज निर्माण पर 36 करोड़ 75 लाख 81 हजार रुपये और पहुंच मार्ग पर 62 करोड़ 93 लाख 70 हजार रुपये खर्च होंगे. शासन स्तर से ओवर ब्रिज व पहुंच मार्ग निर्माण के लिए 34 करोड़ 89 लाख 33 हजार रुपये अवमुक्त कर दिए गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन स्तर से मिली स्वीकृति के बाद अब जल्दी इसके निर्माण पर खर्च होने वाली धनराशि का बजट भी मिलने की उम्मीद है.
तुलसीपुर शहर में हरैया चौराहा के पास एसएच 158 (बहराइच-सिरसिया-तुलसीपुर-गुलरिहा मार्ग) के किलोमीटर 68 में स्थित रेलवे फाटक पर प्रतिदिन 14 जोड़ी सवारी व कई मालवाहक ट्रेनें गुजरती हैं. ट्रेनों के आने पर रेलवे फाटक बंद होने से दोनों तरफ घंटों जाम लग जाता है. चौत्र व शारदीय नवरात्र में देवीपाटन धाम में एक माह तक लगने वाले राजकीय मेले के दौरान जाम की परेशानी श्रद्धालुओं को काफी परेशान करती है. देवीपाटन धाम में हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं. रेलवे ओवरब्रिज के बनने से उन्हें अधिक सुरक्षित यात्रा करने का अवसर मिलेगा. जिससे उनके यात्रा अनुभव में सुधार होगा. यह परियोजना स्थानीय व्यापार और यातायात को बढ़ावा देगी. इसके कारण इलाके में नई रोजगार संभावनाएँ भी उत्पन्न होंगी. जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएंगी.