रविवार को भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरटियन के साथ अनेक संगठनों के पदाधिकारियोें ने वक्फ संशोधन विधेयक समेत 6 मुद्दों को लेकर प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से वार्ता किया। चेतावनी दिया कि यदि केन्द्र और राज्य सरकारोें ने बहुजन समाज से जुड़े मामलों का त्वरित निस्तारण न कराया तो 9 अप्रैल से राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर जेल भरो आन्दोलन शुरू किया जायेगा।
जेल भरो आन्दोलन के जिला संयोजक हृदय गौतम ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी, जातिगत जनगणना न कराये जाने, ईवीएम के स्थान पर बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने, शासन सत्ता पर 3.5 प्रतिशत सम्पन्न वर्ग का कब्जा, बोधगया के महाबोधि महाविहार की मुक्ति आदि सवालों को लेकर निरन्तर आन्दोलन किया जा रहा है किन्तु केन्द्र और राज्य सरकारें चुप है।
ऐसे में भारत मुक्ति मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम के आवाहन पर 9 अप्रैल से राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर जेल भरो आन्दोलन शुरू किया जायेगा। प्रेस वार्ता में पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुये डा. हकीउल्लाह और भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरटियन ने कहा कि वक्फ संसोधन विधेयक धार्मिक स्वतंत्रता और न्याय के मूल सिद्धान्तों का उल्ल्घन करता है। नये कानून से वक्फ की सम्पत्तियों पर पंूजीपतियांे और सरकारी भू-माफियाओं का अवैध कब्जा हो जायेगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रेस वार्ता में डा. रिफाकत अली, डा. एजाज, अजफल ‘प्रिन्स, बुद्धेश राना, चन्द्रप्रकाश गौतम, बुद्ध प्रिय पासवान आदि शामिल रहे।