यूपी के इस जिले को बड़ी सौगात, 10 अप्रैल को निर्माण करने वाली कंपनियों का होगा चयन
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जिले में बनाया जाएगा प्रदेश का सबसे बड़ा टेक्सटाइल पार्क
प्रदेश में यह टेक्सटाइल पार्क विशेष रूप से कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बनाया जा रहा है. टेक्सटाइल क्षेत्र में उत्तर प्रदेश एक प्रमुख उत्पादक राज्य है. और इस नए पार्क के निर्माण से प्रदेश को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिल सकती है. यह पार्क राज्य के आर्थिक ढांचे को सुदृढ़ करेगा और देश के अन्य हिस्सों से व्यापारिक गतिविधियों को आकर्षित करेगा. लखनऊ के मलिहाबाद में प्रदेश के सबसे बड़े टेक्सटाइल पार्क को स्थापित व विकसित करने के लिए कंपनी का चयन 10 अप्रैल को किया जाएगा. अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग ने टेक्सटाइल पार्क को विकसित करने के लिए कंपनियों से 10 मार्च तक टेंडर मांगे थे, जिसकी तिथि बढ़ाकर 10 अप्रैल कर दी गई है. हालांकि पार्क को विकसित करने के लिए संबंधित कंपनियों के साथ टेंडर से पूर्व बैठक हो चुकी है। प्रदेश को टेक्सटाइल हब के रूप में विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री वस्त्र परिधान योजना के तहत सरकार राज्य में दस नए टेक्सटाइल पार्कों की स्थापना भी कर रही है.
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रोजगार सृजन और आर्थिक विकास
वर्धमान, रिलायंस व अरविंद मिल्स सहित कई बड़ी कंपनियां इस पार्क को विकसित करने के लिए आगे आई हैं. 10 अप्रैल को मास्टर डेवलपर कंपनी के चयन के बाद इसे विकसित करने की योजना पर आगे काम शुरू किया जा सकेगा. 1,000 एकड़ में स्थापित किए जाने वाले इस टेक्सटाइल पार्क में सरकार को करीब 10,000 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है. इससे करीब एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रधानमंत्री मित्र टेक्सटाइल पार्क योजना के तहत मलिहाबाद के अटारी गांव में टेक्सटाइल व अपैरल पार्क को स्थापित करने के लिए औद्योगिक विकास विभाग ने वर्ष 2023 में काम शुरू किया था. भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा किया जा चुका है.
यह टेक्सटाइल पार्क मलिहाबााद रेलवे स्टेशन से 16 किलोमीटर व लखनऊ रेलवे स्टेशन से 40 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से इसकी दूरी करीब 45 किलोमीटर है. इसे फोर लेन मार्ग से कनेक्ट किया जा रहा है. इस टेक्सटाइल पार्क का निर्माण उत्तर प्रदेश को औद्योगिक और आर्थिक दृष्टि से एक नई दिशा में ले जाएगा. इससे न केवल राज्य के आर्थिक विकास में तेजी आएगी. बल्कि यह भारतीय वस्त्र उद्योग के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है. यह पार्क प्रदेश को टेक्सटाइल उत्पादन का प्रमुख केंद्र बना सकता है और भारतीय कपड़ा उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूत बनाएगा.