यूपी में इस जगह बनेगा एक किलोमीटर लंबा ओवरब्रिज, नेपाल तक रास्ता होगा आसान
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यूपी का पहला डिजिटल हाईवे बाराबंकी और बहराइच को जोड़ेगा
सड़क अवसंरचना के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, उत्तर प्रदेश को अपना पहला डिजिटल राजमार्ग मिलने वाला है, जो बाराबंकी और बहराइच को जोड़ेगा। इसका निर्माण मार्च 2025 में शुरू होने वाला है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में सड़क यात्रा और डिजिटल कनेक्टिविटी में क्रांति लाना है। जिससे भविष्य में दूरसंचार बुनियादी ढांचे के लिए सड़क की रुकावटें दूर होंगी। यह परियोजना उत्तर प्रदेश में आधुनिक सड़क निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एनपीआर कैमरों, इलेक्ट्रॉनिक अलर्ट सिस्टम और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उन्नत सुरक्षा उपायों के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की सुविधा होगी। अच्छी तरह से रोशनी वाले इस गलियारे में खतरनाक मोड़ों और संभावित खतरों के लिए स्वचालित चालक चेतावनी प्रणाली होगी। यूपी में बाराबंकी के विकास में एक और पंख लगने जा रहा है। राजधानी को नेपाल से जोड़ने वाले बाराबंकी-बहराइच नेशनल हाईवे पर रामनगर क्षेत्र में चौकाघाट रेलवे क्रॉसिंग पर एक किमी लंबा दो लेन का ओवरब्रिज बनेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 76.13 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस पुल को मंजूरी देते हुए 21.34 करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी कर निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ से नेपाल जाने वाले हाईवे पर बाराबंकी बहराइच के बीच में रामनगर क्षेत्र में चौकाघाट रेलवे स्टेशन पड़ता है। इसी के पास से होकर गुजरे हाईवे पर रेलवे क्रॉसिंग है। यह रेलवे क्रॉसिंग 24 घंटे में 110 से अधिक बार बंद होती है। बार-बार क्रॉसिंग बंद होने से दिन भर यहां पर जाम की परेशानी से लोगों को जूझना पड़ता है। बीते तीन दशक क्षेत्रीय लोग यहां पर ओवर ब्रिज बनाने की मांग कर रहे थे। इसका प्रस्ताव भी तैयार कर शासन को भेजा गया था। व्यापारियों को काफी नुकसान होता है। इसे ध्यान में रखते हुए पिछले तीन दशक से यहां पर ओवर ब्रिज बनाने की मांग चल रही थी। राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने बताया कि इस पुल की मांग पिछले 30-40 वर्षों से चली आ रही थी। अब जब सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है, तो स्थानीय नागरिकों में खुशी की लहर है। क्षेत्रीय जनता जल्द ही मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शुभकामना पत्र सौंपेगी।
लखनऊ से नेपाल बॉर्डर तक के जिलों की बल्ले-बल्ले
उत्तर प्रदेश में लोगों को बेहतरीन कनेक्टिविटी पर लगातार काम किया जा रहा है, एक्सप्रेसवे के विस्तार के बाद अब हाईवे को स्मार्ट और डिजिटल बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है, प्रदेश के पहले डिजिटल हाईवे की प्लानिंग तैयार कर ली गई है। उत्तर प्रदेश में पहला डिजिटल हाईवे बनाने की तैयारी शुरू हो गई है, यह हाईवे बाराबंकी और बहराइच के बीच बनाया जाएगा, नए साल में इन दोनों जगहों के बीच में हाईवे होगा, जिससे आनाजाना आसान होगा, उत्तर प्रदेश में बाराबंकी-बहराइच हाईवे को केंद्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओवरब्रिज बनाने के प्रस्ताव के साथ ही इसके निर्माण के लिए 73.13 करोड़ की बजट राशि को स्वीकृति दी है। इसमें से 21.34 करोड़ रुपये की राशि जारी भी कर दी गई है। इसका निर्माण कार्य राज्य सेतु निर्माण निगम कराएगा। इससे क्षेत्र के आर्थिक व सांस्कृतिक विकास को भी नई गति मिलेगी। इस क्षेत्र में स्थित प्राचीन तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेवा में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सरकार यहां काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर एक भव्य गलियारा विकसित कर रहा है। जिसके लिए 170 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं। वहीं, बाराबंकी से बहराइच हाईवे को फोर लेन बनाने की कवायद भी शुरू है तो सरयू नदी पर संजय सेतु के बगल 300 करोड़ से दूसरा पुल भी प्रस्तावित है। कुल मिलाकर महादेवा क्षेत्र की सूरत बदलने वाली है। इसका प्रस्ताव बनाकर जिले से शासन को गया था। दो दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे मंजूरी दी और ओवर निर्माण की स्वीकृत लागत 73 करोड़ 13 लाख 78 हजार स्वीकृत कर दिए। निर्माण के लिए 21 करोड़ 34 लाख रुपया दे दिया गया है। यह कार्य राज्य सेतु निर्माण निगम कराएगा। इससे क्षेत्र के आर्थिक व सांस्कृतिक विकास को भी नई गति मिलेगी।