सेमीफाइनल से पहले टीम इंडिया की 3 बड़ी कमजोरियां, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बढ़ी टेंशन!

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले से पहले टीम इंडिया की कुछ गंभीर कमजोरियां सामने आई हैं। अगर इन कमियों को दूर नहीं किया गया तो ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम इसका पूरा फायदा उठा सकती है। पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम में तीन ऐसी कमजोरियां देखी गई हैं, जो अब सेमीफाइनल में बड़ी चुनौती बन सकती हैं। आइए जानते हैं इन कमजोरियों के बारे में विस्तार से।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस समय खराब फॉर्म में हैं और यह टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय बन चुका है। बड़े मैचों में उनसे उम्मीद की जाती है कि वह टीम को सॉलिड शुरुआत देंगे, लेकिन उनका बल्ला खामोश नजर आ रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित का रिकॉर्ड भी चिंता का विषय है।
उन्होंने इस टूर्नामेंट में अब तक कोई बड़ा स्कोर नहीं बनाया है।
कप्तान को फ्रंट से लीड करना होता है, लेकिन उनकी फॉर्म ने टीम पर दबाव बढ़ा दिया है।
अगर सेमीफाइनल में भी उनका बल्ला नहीं चला, तो भारत को शुरुआती झटका लग सकता है, जिससे मध्यक्रम पर अनावश्यक दबाव बनेगा।
अगर टीम इंडिया को जीत दर्ज करनी है तो रोहित शर्मा को अच्छी शुरुआत देनी होगी और अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
2. केएल राहुल का खराब प्रदर्शन – बैटिंग और विकेटकीपिंग दोनों में फेल!
भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल पूरे टूर्नामेंट में खराब फॉर्म में हैं। न सिर्फ बल्लेबाजी में, बल्कि विकेटकीपिंग में भी वह कई गलतियां कर चुके हैं।
बैटिंग में फ्लॉप: इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से लेकर अब तक राहुल की कोई भी पारी प्रभावशाली नहीं रही।
विकेटकीपिंग में गड़बड़: राहुल ने टूर्नामेंट में कई आसान कैच छोड़े हैं, जिससे टीम को बड़ा नुकसान हुआ।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक भी मिसटेक भारत को भारी पड़ सकती है।
सेमीफाइनल जैसे बड़े मुकाबले में राहुल को अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में सुधार लाना होगा, वरना यह टीम के लिए एक और कमजोर कड़ी साबित हो सकती है।
3. बुमराह की गैरमौजूदगी में कमजोर पेस अटैक!
भारत का पेस अटैक इस समय सबसे ज्यादा चिंता का विषय बना हुआ है। जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति के कारण भारतीय गेंदबाजी में धार नहीं दिख रही है।
मोहम्मद शमी आउट ऑफ फॉर्म: शमी अपनी लय में नजर नहीं आ रहे हैं और विकेट लेने में संघर्ष कर रहे हैं।
हार्दिक पांड्या पर जरूरत से ज्यादा भरोसा: हार्दिक पांड्या एक मुख्य तेज गेंदबाज नहीं हैं, लेकिन उनकी भूमिका को जबरदस्ती बड़ा बनाया जा रहा है।
सिराज को मौका नहीं दिया गया: मोहम्मद सिराज की अनुपस्थिति भी टीम के लिए एक बड़ा नुकसान साबित हो रही है।
हालांकि, स्पिन अटैक में कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और वरुण चक्रवर्ती अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अगर पेस अटैक प्रभावी नहीं रहा तो ऑस्ट्रेलिया इसका फायदा उठा सकती है।
क्या सेमीफाइनल में भारत इन कमजोरियों को दूर कर पाएगा?
अगर भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचना है, तो इन कमजोरियों को सेमीफाइनल से पहले ठीक करना होगा।
रोहित शर्मा को कप्तानी के साथ बल्लेबाजी में भी आगे आना होगा।
केएल राहुल को जिम्मेदारी लेनी होगी, खासतौर पर विकेटकीपिंग में कोई गलती नहीं करनी चाहिए।
गेंदबाजों को बुमराह की कमी महसूस नहीं होने देनी होगी और विकेट लेने की रणनीति पर काम करना होगा।
अगर भारतीय टीम इन कमजोरियों को सेमीफाइनल में सुधार लेती है, तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हासिल कर फाइनल में पहुंच सकती है। अब देखना दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया इस चुनौती से कैसे निपटती है!