यूपी के इन गाँव में नहीं आएगी बाढ़! एप्रोच बनाने का काम शुरू
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वाराणसी.गोरखपुर फोरलेन पर दोहरीघाट.बड़हलगंज के बीच सरयू नदी पर बने नए पुल के उसपार एप्रोच के निकट सरयू नदी की धारा मुड़ने के बाद बाढ़ के समय कटान से पुल को बहने से बचाने के लिए दिल्ली से आई एनएचएआई की टीम ने पुल का निरीक्षण किया।
छठवें पिलर पर मुड़ रही सरयू नदी की धारा
एप्रोच और पिलर के पास गिरा बोल्डर
बड़हलगंज में सरयू नदी पर बने गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के पुल को सुरक्षित करने के लिए एनएचएआई की तरफ से बचाव कार्य शुरू करा दिए गए हैं। रविवार को पुल के एप्रोच के पास बोल्डर गिराने का काम शुरू हुआ। इसके साथ ही पिलरों के चारों तरफ भी बोल्डर का घेरा (एबाटमेंट) बनाया जाएगा। इसी सप्ताह सिंचाई विभाग को भी धारा सीधी करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। निरीक्षण के दौरान मिला कि बड़हलगंज की तरफ से पुल की शुरुआत से 300 मीटर आगे छठवें पीलर के पास सरयू नदी की धारा मुड़ रही है। जिससे नदी में बाढ़ आने की स्थिति में एप्रोच के पास कटान का खतरा उत्पन्न हो सकता है।क्योंकि एप्रोच के सिर्फ आधे हिस्से पर ही बोल्डरए पीचिंग की गई है। जबकि जहां नदी की धारा मुड़ रही है वहां रेत का टीला बन गया है। अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी जांच कर बारिश से पहले सुरक्षा की दृष्टि से काम शुरू कर दिया जाएगा। विभाग कटाव से बचाव के लिए पुल के एप्रोच के नीचे बोल्डरए पीचिंग करने की योजना बना रहा है। पुल को बचाने के लिए बोल्डर पिचिंग और धारा को सीधी करने का सुझाव मिला है। इस क्रम में पिलर व एप्रोच के पास बोल्डर पिचिंग का काम तत्काल प्रभाव से शुरू करा दिया गया है। धारा को सीधी करने का प्रस्ताव सिंचाई विभाग को इसी सप्ताह भेजा जाएगा। सरयू नदी की धारा इस बार अपस्ट्रीम (गोरखपुर की तरफ) में कटान कर रही है। बीते दिसंबर में लिंक एक्सप्रेस-वे पर कम्हरियाघाट के पास कटान के चलते नदी सड़क के नजदीक पहुंच गई। इससे एक लेन धंसने लगा तो वहीं पुल की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई थी। इसकी वजह से सड़क पर आवागमन रोककर तत्काल बचाव कार्य शुरू कराया गया। वहां 200 करोड़ रुपये से धारा सीधी करने के साथ ही पुल के पास बोल्डर पिचिंग हो रहा है।