यूपी से भी जुड़ेगा कश्मीर, अमरनाथ यात्रियों को भी मिलेगा लाभ

उत्तर प्रदेश: भारतीय रेलवे ने ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण पहल की है, पूर्वोत्तर रेलवे ने अब कश्मीर की वादियों तक रेल सेवाएं शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. यह कदम न केवल पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित होगा, बल्कि उत्तर भारत से जम्मू-कश्मीर की कनेक्टिविटी को मजबूती भी देगा.
अब कश्मीर की यात्रा रेलमार्ग के माध्यम पहले से कहीं अधिक आसान, आरामदायक और समय की बचत वाली हो जाएगी, विशेष रूप से अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी. अब उन्हें केवल जम्मू व कटरा तक ही सीमित नहीं रहना पड़ेगा, बल्कि वे सीधे रेल से अनंतनाग तक पहुंच सकेंगे वहीं से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए चढ़ाई शुरू होती है.
यह ध्यान देने योग्य है कि इस समय गोरखपुर से हर सोमवार को संचालित होने वाली ट्रेन नंबर:- 12587 अमरनाथ एक्सप्रेस श्रद्धालुओं को जम्मूतवी तक ही पहुंचाती है. भले ही इसका नाम 'अमरनाथ एक्सप्रेस' है, परंतु यह ट्रेन वर्तमान में अंतिम स्टेशन तक नहीं जाती. हाल ही में रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन को उत्तर रेलवे के अधीन कर दिया. इसके अतिरिक्त गोरखपुर होते हुए बिहार के कई हिस्सों से हर रोज जम्मू के लिए कई ट्रेनें संचालित होती हैं, जिनमें कटरा-कामाख्या एक्सप्रेस भी सम्मिलित है.
पूर्वांचल से हर वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु रेलमार्ग से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जम्मू और कटरा जाते हैं, विशेष रूप से जुलाई और अगस्त के महीनों में, जब अमरनाथ यात्रा आरंभ होती है, तो श्रद्धालु जम्मू व कटरा तक ट्रेन से पहुंचते हैं और फिर वहां से सड़क मार्ग से आगे का कठिन सफर तय करते हैं. अब कटरा-बनिहाल रेललाइन खुलने से श्रद्धालुओं को इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
रेलवे ने इस परियोजना को पूर्ण करने के लिए दुर्गम पहाड़ियों को काटकर 111 किलोमीटर लंबा कटरा-बनिहाल रेलमार्ग तैयार किया है. इसी मार्ग पर चिनाब नदी पर बना दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज भारतीय इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है. नदी की सतह से इसकी ऊंचाई 359 मीटर (1178 फीट) है, यह आर्क ब्रिज तकनीक पर आधारित है और इसे पहाड़ों के बीच स्थित कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में निर्मित किया गया है.
अब गोरखपुर से श्रीनगर तक सीधी ट्रेन सेवा मिलने से यात्रियों को काफी लाभ होगा. जहां पहले गोरखपुर से जम्मू तक की यात्रा में 21 से 24 घंटे लगते थे और जम्मू से श्रीनगर तक सड़क मार्ग से पहुंचने में 10 से 12 घंटे, वहीं अब कटरा-बनिहाल रेलमार्ग के माध्यम से यह दूरी केवल 3 घंटे में तय की जा सकेगी. यानी, गोरखपुर से श्रीनगर की पूरी यात्रा करीब 25 से 26 घंटे में पूरी हो सकेगी जो पहले 34 से 35 घंटे लगती थी. पूर्वोत्तर रेलवे की यह पहल उत्तर भारत और कश्मीर से न सिर्फ धार्मिक यात्राओं को गति मिलेगी, बल्कि कश्मीर की पर्यटन अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा.