उत्तर प्रदेश में इस योजना के नियमों में बड़ा बदलाव!

उत्तर प्रदेश में इस योजना के नियमों में बड़ा बदलाव!
उत्तर प्रदेश में इस योजना के नियमों में बड़ा बदलाव!

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश सरकार ने विवाह पंजीकरण प्रणाली में महत्वपूर्ण परिवर्तन किया है. यह आदेश शुक्रवार शाम को शासन स्तर से अधिसूचित किया गया, जो शनिवार से पूरे प्रदेश में लागू हो गया है. इस नए नियम के अंतर्गत अब विवाह का पंजीकरण उस स्थान पर नहीं होगा जहाँ विवाह संपन्न हुआ है, बल्कि यह दूल्हा-दुल्हन व उनके माता-पिता के स्थायी निवास के अनुसार संबंधित तहसील के उप-पंजीयक कार्यालय में किया जाएगा.

इस बदलाव से फर्जी विवाह और गलत दस्तावेजों के आधार पर होने वाले पंजीकरणों पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके. राज्य सरकार का उद्देश्य विवाह पंजीकरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी, जिम्मेदार और प्रमाणिक बनाना है.

यह भी पढ़ें: यूपी में किसानों के लिए खुशखबरी, मुफ़्त मिलेंगी यह किट

Read Below Advertisement
नए आदेश के अनुसार, अब विवाह पंजीकरण के समय वर-वधू के परिवार के किसी एक सदस्य की मौजूदगी अनिवार्य होगी. यह सदस्य माता, पिता, भाई, बहन, दादा-दादी, नाना-नानी या संतान में से कोई भी हो सकता है. यदि परिवार से कोई सदस्य उपस्थित नहीं हो पाता है, तो उस स्थिति में विवाह संपन्न कराने वाले पुरोहित, मौलवी या पादरी को स्वयं उपस्थित होकर गवाही देनी होगी.

यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में जारी भीषण गर्मी, मानसून का होने जा रहा है आगमन

गवाही के अलावा धार्मिक अनुष्ठान कराने वाले व्यक्ति को एक शपथ पत्र भी जमा करना अनिवार्य होगा, जिसमें विवाह की वैधता और सत्यता की पुष्टि करनी होगी. साथ ही विवाह समारोह की वीडियो रिकॉर्डिंग को एक पेन ड्राइव में संलग्न करके पंजीकरण कार्यालय में जमा कराना अनिवार्य कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें: यूपी में स्थित इस जिले में नगर निगम की नई पहल से शहरवासियों को होगा लाभ, 12 करोड़ रुपए का निवेश

एआईजी स्टांप पुष्पेंद्र कुमार ने इस मामले में बताया कि सरकार से मिलें आदेश को सभी जिलों के उप-पंजीयकों को भेज दिया गया है और सभी को नए दिशा-निर्देशों के अनुपालन के लिए निर्देशित किया गया है. उन्होंने कहा कि यह निर्णय राज्य में बढ़ते फर्जी विवाह मामलों को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. पुराने नियमों के तहत विवाह स्थल के आधार पर पंजीकरण किया जाता था, जिससे कई बार ऐसे मामले सामने आए जहाँ फर्जी तरीके से विवाह करवा कर दस्तावेज तैयार करा लिए जाते थे. विवाह जैसे सामाजिक और कानूनी रूप से महत्वपूर्ण संस्थान में पारदर्शिता लाने और फर्जी संभावनाओं को समाप्त करने के लिए सरकार द्वारा यह नियम परिवर्तन जरूरी है.

यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में 3,235 नए पुलों का होगा निर्माण, ग्रामीणों को मिलेगा लाभ

On

ताजा खबरें

यूपी में इस जिले को मिला फोरलेन की सौगात, जानिए पीडब्ल्यूडी की योजना
यूपी के इस जिले में औद्योगिक क्षेत्र का विकास, मास्टर प्लान में हुआ बड़ा बदलाव
यूपी से भी जुड़ेगा कश्मीर, अमरनाथ यात्रियों को भी मिलेगा लाभ
कल से चलेगी 18 कोच की गोरखपुर प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस
लखनऊ से इस रूट पर चलेगी रैपिड रेल, इन जिलो का सफ़र होगा आसान
उत्तर प्रदेश में जारी भीषण गर्मी, मानसून का होने जा रहा है आगमन
यूपी के कई जिलों में बढ़ सकता है सर्किल रेट, जल्द होगी घोषणा
यूपी के इस जिले में रेलवे नेटवर्क ट्रैक को मिलेगी मजबूती, निर्माण कार्य शुरू
यूपी के इस जिले में अधूरा रहा निर्माणाधीन पुल, अब 47 पिलर का होगा पुल
उत्तर प्रदेश में 3,235 नए पुलों का होगा निर्माण, ग्रामीणों को मिलेगा लाभ