यूपी के इन सड़कों पर जल्द दौड़ेंगी 70 नई मिनी बसें, यात्रियों को होगा लाभ

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर में सार्वजनिक परिवहन को और अधिक मजबूत व सुविधाजनक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) ने शहरी यातायात को सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए 70 नई मिनी बसें शहर में संचालित करने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है. ये बसें न सिर्फ स्थानीय नागरिकों को कम किराए में आरामदायक यात्रा का अनुभव कराएंगी, बल्कि शहर के भीड़भाड़ वाले रूटों में सफलतापूर्वक यात्रा संपन्न करेंगी.
यह पूरी योजना गोरखपुर विकास प्राधिकरण व परिवहन विभाग के संयुक्त प्रयास का परिणाम है, जिसका लक्ष्य शहर की हर गली-मोहल्ले को सार्वजनिक परिवहन से जोड़ना है. यह योजना विशेष रूप से उन इलाकों में राहत पहुंचाएगा, जहां अब तक यातायात के साधनों की काफी जरूरत रही है. अधिकारियों के अनुसार, मिनी बसों के संचालन से लोगों की यात्रा सरल व आरामदायक होगी, साथ ही ट्रैफिक जाम और वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं में बेहतर कमी आएगी.
- गोरखपुर रेलवे स्टेशन
- गोरखपुर-फतेहपुर-चौरीचौरा
- गोरखपुर-पिपराइच-सहजनवा
- गोरखपुर-कुशीनगर-पडरौना
- गोरखपुर-नौतनवा-महराजगंज
- गोरखपुर-कैंपियरगंज-सहजनवा
- गोरखपुर-खजनी-घघसरा
- गोरखपुर-पीपीगंज-कैम्पियरगंज-चौरीचौरा
यह योजना प्रतिदिन आने-जाने वाले यात्रियों, कॉलेज-स्कूल के छात्रों और कामकाजी लोगों के लिए एक बड़ी राहत मानी जा रही है. इन बसों के संचालन के लिए निजी परिवहन कंपनियों के साथ साझेदारी की जाएगी. प्राधिकरण की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बसें आधुनिक सुविधाओं से युक्त हों जैसे, वातानुकूलन व्यवस्था, आरामदायक सीटें और डिजिटल टिकटिंग सिस्टम जिससे यात्रियों को कोई भी असुविधा न हो.

परिवहन विशेषज्ञों ने जानकारी देते हुए कहा है कि "लंबे समय से गोरखपुर शहर में एक व्यवस्थित सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की आवश्यकता महसूस की जा रही थी. निजी गाड़ियों की बढ़ती संख्या ने न सिर्फ ट्रैफिक का दबाव बढ़ाया है, बल्कि प्रदूषण को भी चरम पर पहुंचा दिया है. ऐसे में मिनी बसों का संचालन लोगों को प्रोत्साहित करेगा कि वे अपनी निजी गाड़ियों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें."
इस परियोजना से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. नए बस रूट शुरू होने के साथ ही ड्राइवर, कंडक्टर, टेक्नीशियन और अन्य सहायक स्टाफ की भर्ती की जाएगी. इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और शहर की अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी. सरकार की योजना है कि यदि यह परियोजना सफल रहती है तो भविष्य में मिनी बसों की संख्या और रूटों में और विस्तार किया जाएगा.